शुक्रवार, 15 अगस्त 2025

16 अगस्त


16 अगस्त 

बीयूडीएस दिवस 

केरल में कुदुम्बश्री प्रोग्राम के तत्वावधान में 16 अगस्त को 'बीयूडीएस दिवस' के रूप में मनाया जा रहा है। इस दिन का बड़ा ही विशेष महत्व है। यह बौद्धिक रूप से दिव्यांग बच्चों को समर्पित है। इसकी शुरुआत 16 अगस्त 2004 में  हुई थी। वर्ष 2004 में तिरुवनंतपुरम जिले के वेंगनूर ग्राम पंचायत में केरल के पहले BUDS स्कूल का आधिकारिक उद्घाटन किया गया था। बौद्धिक रूप से दिव्यांग बच्चों के लिए स्थानीय स्व-सरकारी संस्थानों के सहयोग से कुदुम्बश्री द्वारा संचालित बीयूडीएस संस्थानों की गतिविधियों को लोकप्रिय बनाने के लिए बीयूडीएस दिवस का आयोजन किया जाता है। बीयूडीएस दिवस समारोह का उद्देश्य शिक्षा और पुनर्वास के लिए संचालित बीयूडीएस संस्थानों में बौद्धिक रूप से दिव्यांग बच्चों को अधिक से अधिक दायरे में लाना, उनकी देखभाल करना और ऐसे बच्चों के माता-पिता के लिए मानसिक समर्थन सुनिश्चित करना होता है। कुदुम्बश्री केरल सरकार के राज्य गरीबी उन्मूलन मिशन (एसपीईएम) द्वारा कार्यान्वित गरीबी उन्मूलन और महिला सशक्तिकरण कार्यक्रम है। मलयालम भाषा में कुदुम्बश्री नाम का अर्थ 'परिवार की समृद्धि' से है। कुदुम्बश्री मिशन के साथ-साथ कुदुम्बश्री सामुदायिक नेटवर्क का भी प्रतिनिधित्व करता है। कुदुम्बश्री कार्यक्रम की स्थापना 1997 में राज्य सरकार द्वारा नियुक्त तीन सदस्यीय टास्क फोर्स की सिफारिशों के बाद की गई थी। इसका गठन केरल में पंचायत राज संस्थानों (पीआरआई) को शक्तियों के हस्तांतरण और पीपुल्स प्लान अभियान के संदर्भ में हुआ था, जिसमें पीआरआई के माध्यम से नीचे से स्थानीय सरकारों की नौवीं योजना तैयार करने का प्रयास किया गया था।

निगरानी दिवस

निगरानी दिवस हर साल 16 अगस्त को मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य लोगों को यह समझाना है कि आधुनिक तकनीक के दौर में हमारी गतिविधियों पर किस तरह से लगातार निगरानी रखी जा रही है। सीसीटीवी कैमरे, इंटरनेट ट्रैकिंग, ड्रोन और फेस रिकग्निशन जैसी तकनीकें हमारी सुरक्षा के साथ-साथ हमारी निजता को भी प्रभावित करती हैं। इस दिन की शुरुआत 2012 में DJ Pangburn ने की थी, जिसमें लोगों को कैमरों के सामने हाथ हिलाकर यह संकेत देने की प्रेरणा दी गई कि वे निगरानी के बारे में जागरूक हैं। यह दिन हमें यह सोचने पर मजबूर करता है कि सुरक्षा और गोपनीयता के बीच सही संतुलन कैसे बनाया जाए। सर्वेलांस डे पर कई लोग सोशल मीडिया, सेमिनार और अभियानों के माध्यम से निजता की रक्षा और जिम्मेदार निगरानी प्रणाली के महत्व पर चर्चा करते हैं।

नेशनल रोलर कोस्टर डे

नेशनल रोलर कोस्टर डे हर साल 16 अगस्त को मनाया जाता है। यह दिन रोमांच, साहस और मनोरंजन का प्रतीक माना जाता है। रोलर कोस्टर की सवारी दुनिया भर के मनोरंजन पार्कों में लोगों को उत्साह और एड्रेनालिन का अनुभव देती है। इस दिन का उद्देश्य न केवल इस अद्भुत सवारी के इतिहास को याद करना है, बल्कि इसके विकास और तकनीकी प्रगति को भी सम्मान देना है।

अमेरिका में राष्ट्रीय एयरबोर्न दिवस

16 अगस्त को राष्ट्रीय एयरबोर्न दिवस सशस्त्र बलों के एयरबोर्न डिवीजनों को सम्मानित करता है।   16 अगस्त, 1940 को जॉर्जिया के फोर्ट बेनिंग में पहली आधिकारिक सेना पैराशूट जंप की तारीख़ थी। इस सफल जंप ने अमेरिकी ज़मीनी लड़ाकू बलों को पैराशूट के ज़रिए युद्ध रेखा के पीछे भेजने की अभिनव अवधारणा को मान्यता दी। ये हवाई सैनिक संयुक्त राज्य अमेरिका की सेना के सबसे प्रतिष्ठित और कुशल प्रशिक्षित बलों में से कुछ का प्रतिनिधित्व करते हैं। अमेरिकी सेना में वर्तमान में दो एयरबोर्न डिवीजन कार्यरत हैं। उत्तरी कैरोलिना के फोर्ट ब्रैग स्थित 82वीं एयरबोर्न डिवीजन की शुरुआत एक पैदल सेना डिवीजन के रूप में हुई थी। प्रथम विश्व युद्ध के दौरान, 82वीं डिवीजन 25 अगस्त 1917 को कैंप गॉर्डन में सक्रिय हुई। 1918 में, अपनी डिवीजन की संरचना के कारण उन्हें ऑल अमेरिकन उपनाम मिला। राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश ने 14 अगस्त, 2002 को राष्ट्रीय एयरबोर्न दिवस की घोषणा की । 3 अगस्त, 2009 को 111वीं कांग्रेस के अमेरिकी सीनेट ने सीनेट संकल्प 235 के साथ राष्ट्रीय एयरबोर्न दिवस को मान्यता दी ।

साइप्रस स्वतंत्रता दिवस 

साइप्रस गणराज्य 16 अगस्त 1960 को एक स्वतंत्र राज्य बना और एक महीने बाद संयुक्त राष्ट्र का सदस्य बना। स्वतंत्रता दिवस पर लागू हुए गणराज्य के संविधान की जड़ें 11 फ़रवरी 1959 को ज्यूरिख में ग्रीस और तुर्की के शासनाध्यक्षों के बीच हुए समझौतों में निहित थीं। इन्हें 19 फ़रवरी को लंदन में उन सरकारों और यूनाइटेड किंगडम के बीच हुए समझौतों में शामिल किया गया था। उसी दिन, ग्रीक साइप्रस और तुर्की साइप्रस समुदायों के प्रतिनिधियों ने संबंधित दस्तावेज़ों और तीनों सरकारों द्वारा जारी घोषणाओं को "साइप्रस समस्या के अंतिम समाधान के लिए सहमत आधार" के रूप में स्वीकार किया। ये समझौते संधियों में सन्निहित थे - स्थापना संधि और गारंटी संधि, जिन पर साइप्रस, ग्रीस, तुर्की और यूनाइटेड किंगडम ने हस्ताक्षर किए, और गठबंधन संधि, जिस पर साइप्रस, ग्रीस और तुर्की ने हस्ताक्षर किए - और संविधान में, जिस पर 16 अगस्त 1960 को निकोसिया में हस्ताक्षर किए गए। "साइप्रस की स्वतंत्रता" का तात्पर्य साइप्रस के ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन से स्वतंत्रता की ओर संक्रमण से है, जिसकी आधिकारिक घोषणा 16 अगस्त, 1960 को हुई थी। ग्रीक और तुर्की साइप्रस की विविध आबादी वाले इस द्वीप को लंबे समय तक बाहरी नियंत्रण का सामना करना पड़ा, पहले ओटोमन शासन के अधीन और बाद में ब्रिटिश उपनिवेश के रूप में। स्वतंत्रता की इस यात्रा की पहचान आर्कबिशप मकारियोस तृतीय के नेतृत्व में ब्रिटिश शासन के विरुद्ध एक हिंसक ग्रीक साइप्रस विद्रोह से हुई, जो वैश्विक उपनिवेशवाद-विरोधी आंदोलनों और अमेरिकी राजनयिक दबावों से प्रभावित था। ब्रिटेन, ग्रीस और तुर्की के बीच हुए समझौतों ने एक द्विसामुदायिक गणराज्य की स्थापना की, जिसने ग्रीक और तुर्की समुदायों के बीच सत्ता-साझाकरण व्यवस्था को औपचारिक रूप दिया।

गुरुवार, 14 अगस्त 2025

15 अगस्त


15 अगस्त 

भारत का स्वतंत्रता दिवस 

15 अगस्त की तारीख वह तारीख है जब हम आजादी का जश्न मनाते हैं। 15 अगस्त को पूरे देश में बड़े उत्साह और गर्व के साथ आजादी का जश्न मनाया जाता है। यह दिन हमारे देश के इतिहास का सबसे महत्वपूर्ण दिन है क्योंकि इसी दिन 15 अगस्त 1947 को हमारा देश ब्रिटिश शासन से आजाद हुआ था। यही वह दिन है जब भारत करीब 200 वर्षों बाद गुलामी की बेड़ियों से मुक्त हुआ था। इस दिन देशवासियों को अपने वीर स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदान की याद दिलाई जाती है और देश के प्रति समर्पण का संकल्प लिया जाता है। 

कुछ और देशों का स्वतंत्रता दिवस 

दक्षिण कोरिया को भारत से दो साल पहले ही जापान से आजादी मिली थी. 15 अगस्त 1945 को , अमेरिका और सोवियत फोर्सेज ने कोरिया को जापान के कब्जे से आजाद कराया था. तब से हर साल यहां 15 अगस्त को आजादी का जश्न मनाया जाता है. दक्षिण कोरिया में इस दिन को नेशनल हॉलीडे होता है. उत्तर कोरिया को भी 15 अगस्त 1945 को ही जापान के कब्जे से मुक्ति मिली थी. आजादी के 3 साल बाद इसका कोरिया का विभाजन हो गया और साउथ कोरिया और नॉर्थ कोरिया दो अलग-अलग देश बन गए. लेकिन दोनों का स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को ही होता है. उत्तर कोरिया में भी 15 अगस्त को छुट्टी रहती है. बहरीन को 15 अगस्त के दिन ब्रिटेन से मुक्ति मिली थी. 1960 के दशक से ही ब्रिटेन की फोर्सेज ने बहरीन छोड़ना शुरू कर दिया था, लेकिन 15 अगस्त 1971 को दोनों देशों के बीच एक संधि हुई, जिसके बाद बहरीन ने आजाद देश के रूप में ब्रिटेन के साथ संबंध कायम रखे. हालांकि बहरीन में स्वतंत्रता दिवस दिवंगत शासक ईसा बिन सलमान अल खलीफा के सिंहासन पर चढ़ने के उपलक्ष्य में 16 दिसंबर को मनाया जाता है. 15 अगस्त 1866 को लिकटेंस्टीन जर्मनी के कब्जे से मुक्त हुआ था. ये दुनिया का छठा सबसे छोटा देश है. 5 अगस्त 1940 को ही लिकटेंस्टीन सरकार ने 15 अगस्त को आधिकारिक तौर पर राष्ट्रीय छुट्टी घोषित की थी. तब से लिकटेंस्टीन भी भारत की तरह 15 अगस्त को ही अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता है.साल 1880 से फ्रांस ने कॉन्गो पर कब्जा कर रखा था. 15 अगस्त 1960 को अफ्रीकी देश कॉन्गो फ्रांस से आजाद हुआ था. इसके बाद यह डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कॉन्गो बना. इससे पहले ये फ्रांस के कब्जे में होने के कारण फ्रेंच कॉन्गो के नाम से जाना जाता था. क्षेत्रफल की दृष्टि से कॉन्गो अफ्रीका महाद्वीप का तीसरा सबसे बड़ा देश है. 

14 अगस्त


14 अगस्त 

विभाजन विभिषिका दिवस 

14 अगस्त का दिन इतिहास में कई राजनीतिक और आर्थिक कारणों से महत्वपूर्ण है। साल 2021 में पीएम मोदी ने इस दिन को विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस के रूप में मनाने की घोषणा की (जो ब्रिटिश शासन द्वारा 1947 के भारत के विभाजन को चिह्नित करता है) जिसके कारण बड़े पैमाने पर विस्थापन और जानमाल का नुकसान हुआ। 1947 में ब्रिटिश औपनिवेशिक शासन के तहत भारत के विभाजन के कारण मुस्लिम बहुल राष्ट्र के रूप में पाकिस्तान का निर्माण हुआ। इस विभाजन के परिणामस्वरूप लाखों लोग विस्थापित हुए और व्यापक हिंसा के कारण अनगिनत लोगों की जान गई। 14 अगस्त यानी की आज के दिन ही पाकिस्तान अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 अगस्त को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' को साभार वर्ष के रूप में मनाने की घोषणा की। नरेंद्र जी ने यह कहते हुए घोषणा की कि "देश के अशांति के दर्द को कभी भी भुलाया नहीं जा सकता। अपमान और हिंसा की वजह से हमारे लाखों भाईचारे और सैनिक अपनी जान तक गंवानी पड़े। संयुक्त राष्ट्र के लोगों के संघर्ष और समर्पण की याद में 14 अगस्त को 'विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस' पर विशेष रूप से समर्थन का निर्णय लिया गया है। 75वें स्वतंत्रता दिवस पर विभाजन विभीषिका स्मृति दिवस का आयोजन किया गया है, ऐसे लोगों को हर भारतवासी की ओर से आदर दिया जाता है। दिन हमें भेदभाव, वैमनस्य और दुर्भावना के जहर से मुक्ति दिलाने के लिए न केवल प्रेरित करना है, बल्कि इससे एकता, सामाजिक समानता और मानवता संवेदनाएं भी सुसंगत हैं।"

पाकिस्तान स्वतंत्रता दिवस 

साल 1947 में भारतीय स्वतंत्रता अधिनियम ने भारत और पाकिस्तान के रूप में दो संप्रभु राष्ट्र-राज्यों का निर्माण किया। पाकिस्तान के संस्थापक पिता और पहले राष्ट्रपति मोहम्मद अली जिन्ना ने अपने ऐतिहासिक रेडियो संबोधन में कहा था कि 15 अगस्त स्वतंत्र और संप्रभु राज्य पाकिस्तान का जन्मदिन है। यह उस मुस्लिम राष्ट्र की नियति की पूर्ति का प्रतीक है जिसने पिछले कुछ वर्षों में अपनी मातृभूमि पाने के लिए बहुत त्याग किए हैं। वहीं, पाकिस्तान 14 अगस्त को इसलिए अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता है क्योंकि कई लोगों का आज भी मानना है कि 14 अगस्त 1947 में रमजान का आखिरी शुक्रवार था। पाकिस्तान की स्वतंत्रता दिवस की तारीख को लेकर भौगोलिक कारण भी बताए जाते हैं. इसके लिए दोनों देशों के स्टैंडर्ड टाइम को माना जाता है. दरअसल, पाकिस्तान का स्टैंडर्ड टाइम हमारे देश से 30 मिनट पीछे है. इसका मतबल जब भारत में 12 बजे होते हैं, तब पाक की घड़ियां 11.30 बजे का समय बता रही होती हैं. कुछ रिपोर्ट्स बताती हैं कि 14 अगस्त की रात ब्रिटिश सरकार भारतीय स्वतंत्रता एक्ट पर हस्ताक्षर किए, उस वक्त रात के 00.00 बजे थे. मतलब भारतीय समयानुसार 15 अगस्त की तारीख आ गई थी लेकिन पाकिस्तान में 14 अगस्त की रात 11.30 ही बजे थे. इस कारण से पाकिस्तान 14 अगस्त को अपना स्वतंत्रता दिवस मनाता है.

जापान पर विजय दिवस 

वीजे दिवस, या जापान पर विजय दिवस, इतिहास के सबसे घातक और विनाशकारी युद्धों में से एक, द्वितीय विश्व युद्ध की समाप्ति का प्रतीक है। जब राष्ट्रपति हैरी एस. ट्रूमैन ने 14 अगस्त, 1945 को घोषणा की कि जापान ने बिना शर्त आत्मसमर्पण कर दिया है, तो दुनिया भर के युद्ध-थके हुए नागरिकों ने जश्न मनाना शुरू कर दिया। 14 अगस्त, 1945 को शाम 7 बजे, राष्ट्रपति हैरी एस. ट्रूमैन ने व्हाइट हाउस में एकत्रित पत्रकारों के समक्ष जापान के बिना शर्त आत्मसमर्पण की घोषणा की। ऑस्ट्रेलिया, नीदरलैंड, न्यूज़ीलैंड, दक्षिण कोरिया और यूनाइटेड किंगडम 15 अगस्त को वीजे दिवस के रूप में मनाते हैं। 1945 में इसी दिन जापानी सम्राट हिरोहितो ने रेडियो टोक्यो पर जापानी जनता के समक्ष आत्मसमर्पण का प्रसारण किया था।

बुधवार, 13 अगस्त 2025

13 अगस्त


13 अगस्त 

विश्व अंगदान दिवस 

विश्व अंगदान दिवस प्रतिवर्ष 13 अगस्त को मनाया जाता है। जिसका उद्देश्य लोगों को अंगदान के प्रति जागरुक करना और प्रेरित करना है। अंगदान दिवस दुनिया भर में अंग दान के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देने और लोगों को इसके प्रति प्रेरित करने के लिए मनाया जाता है। रोनाल्ड ली हेरिक अंगदान करने वाले पहले व्यक्ति थे। 1954 में, उन्होंने अपनी किडनी अपने जुड़वां भाई को दान कर दी, और डॉ. जोसेफ मरे ही वह डॉक्टर थे जिन्होंने इस सफल अंग प्रत्यारोपण प्रक्रिया को अंजाम दिया। बाद में, 1990 में, अंग प्रत्यारोपण में प्रगति लाने के लिए उन्हें फिजियोलॉजी और मेडिसिन का नोबेल पुरस्कार दिया गया। 13 अगस्त को विश्व अंगदान दिवस के रूप में मनाने की शुरुआत 2000 के दशक में हुई थी।
यह दिन 1954 में हुए पहले सफल किडनी प्रत्यारोपण की याद में मनाया जाता है। अंगदान की पहल के संबंध में, दुनिया के विभिन्न हिस्से अपनी परिस्थितियों और क्षमता के आधार पर अंगदान के प्रति जागरूकता और महत्व को समझते हैं। भारत में, अंगदान को बढ़ावा देने के लिए, 27 नवंबर को राष्ट्रीय अंग दिवस मनाया जाता है, जिसकी शुरुआत 2010 में स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय के अंतर्गत राष्ट्रीय अंग एवं ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (NOTTO) द्वारा की गई थी। बाद में इसे बदलकर 3 अगस्त कर दिया गया।

अंतर्राष्ट्रीय बाएं हाथ दिवस

अंतर्राष्ट्रीय बाएं हाथ दिवस हर साल 13 अगस्त को मनाया जाता है। यह दिन विशेष रूप से उन लोगों के लिए समर्पित है जो बाएँ हाथ से कार्य करते हैं। दुनिया की कुल आबादी का लगभग 10% हिस्सा बाएँ हाथ का उपयोग करता है, और यह दिन उनके अधिकारों, चुनौतियों और अनोखी क्षमताओं के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए मनाया जाता है। यह दिन बाएं हाथ से काम करने वाले लोगों की विशेषताओं और उनकी समस्याओं को उजागर करने के लिए समर्पित है, 1992 में इसकी शुरुआत हुई थी, जब Lefthanders International ने इसे स्थापित किया, इस दिन का मुख्य उद्देश्य बाएं हाथ से काम करने वाले लोगों की विशिष्ट आवश्यकताओं को पहचानना और समाज में जागरूकता बढ़ाना है।

सोमवार, 11 अगस्त 2025

12 अगस्त


12 अगस्त 

अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस 

अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस का उद्देश्य युवाओं से जुड़े सांस्कृतिक और कानूनी मुद्दों की ओर ध्यान आकर्षित करना है। अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस का विचार 1991 में वियना, ऑस्ट्रिया में संयुक्त राष्ट्र प्रणाली के विश्व युवा मंच के पहले सत्र के लिए एकत्रित हुए युवाओं द्वारा प्रस्तावित किया गया था। मंच ने विशेष रूप से धन जुटाने और प्रचार उद्देश्यों के लिए, युवा संगठनों के साथ साझेदारी में संयुक्त राष्ट्र युवा कोष को सहायता प्रदान करने हेतु एक अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस घोषित करने की सिफारिश की थी।
1998 में, पुर्तगाल सरकार द्वारा संयुक्त राष्ट्र के सहयोग से आयोजित विश्व युवा कल्याण मंत्री सम्मेलन (लिस्बन, 8-12 अगस्त 1998) के प्रथम सत्र में   12 अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस घोषित करने का प्रस्ताव पारित किया गया था। बाद में, महासभा के चौवनवें सत्र में, "युवाओं से संबंधित नीतियाँ और कार्यक्रम" शीर्षक से पारित प्रस्ताव   A/RES/54/120 (17 दिसंबर 1999) में इस सिफारिश का समर्थन किया गया। पहला अंतर्राष्ट्रीय युवा दिवस 12 अगस्त, 2000 को मनाया गया था। 1965 में, संकल्प 2037 (XX) में , महासभा ने युवाओं के बीच शांति, पारस्परिक सम्मान और लोगों के बीच समझ के आदर्शों को बढ़ावा देने की घोषणा का समर्थन किया। 1965 से 1975 तक, महासभा और आर्थिक एवं सामाजिक परिषद, दोनों ने युवाओं के क्षेत्र में तीन बुनियादी विषयों पर ज़ोर दिया: भागीदारी, विकास और शांति। युवाओं पर एक अंतर्राष्ट्रीय नीति की आवश्यकता पर भी ज़ोर दिया गया। 1979 में, महासभा ने प्रस्ताव 34/151 द्वारा , 1985 को अंतर्राष्ट्रीय युवा वर्ष: भागीदारी, विकास, शांति के रूप में नामित किया । 1985 में, प्रस्ताव 40/14 द्वारा , सभा ने युवाओं के क्षेत्र में आगे की योजना और उपयुक्त अनुवर्ती कार्रवाई के लिए दिशानिर्देशों का अनुमोदन किया। ये दिशानिर्देश युवाओं पर एक व्यापक श्रेणी के रूप में ध्यान केंद्रित करने के कारण महत्वपूर्ण हैं, जिसमें एक एकल जनसांख्यिकीय इकाई के बजाय विभिन्न उपसमूह शामिल हैं। ये दिशानिर्देश विकलांग युवाओं, ग्रामीण और शहरी युवाओं और युवतियों जैसे उपसमूहों की आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए विशिष्ट उपायों के प्रस्ताव प्रदान करते हैं। (स्रोत: प्रस्ताव 50/81)
दिसंबर 2009 में, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने प्रस्ताव 64/134 पारित करके 12 अगस्त 2010 से शुरू होने वाले वर्ष को अंतर्राष्ट्रीय युवा वर्ष घोषित किया और दुनिया भर की सरकारों, नागरिक समाज, व्यक्तियों और समुदायों से इस अवसर पर स्थानीय और अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर गतिविधियों का समर्थन करने का आह्वान किया। यह वर्ष 1985 में पहले अंतर्राष्ट्रीय युवा वर्ष की 25वीं वर्षगांठ के साथ मेल खाएगा।

विश्व हाथी दिवस

2012 में शुरू किए गए विश्व हाथी दिवस का उद्देश्य एशियाई और अफ्रीकी दोनों हाथियों की दुर्दशा के बारे में लोगों में जागरूकता बढ़ाना है। यह दिन एशियाई और अफ्रीकी हाथियों के संरक्षण और उनके सामने आने वाली चुनौतियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए समर्पित है। विश्व हाथी दिवस 2012 में शुरू किया गया था, जैसा कि World Animal Protection ने बताया है. इसकी शुरुआत कैनेडियन फिल्म निर्माता पेट्रीसिया सिम्स और माइकल क्लार्क ने थाईलैंड में एलिफेंट रीइंट्रोडक्शन फाउंडेशन के साथ मिलकर की थी।
इस दिन को मनाने का मुख्य उद्देश्य हाथियों की दुर्दशा के बारे में जागरूकता बढ़ाना और उनके संरक्षण के लिए काम करना है। विश्व हाथी दिवस की शुरुआत 2011 में दो कनाडाई फिल्म निर्माताओं पेट्रीसिया सिम्स और थाईलैंड के एलिफेंट रीइंट्रोडक्शन फाउंडेशन द्वारा की गई थी और इसे पहली बार 12 अगस्त 2012 को मनाया गया था। इस पहल को फिल्म स्टार और स्टार ट्रेक के दिग्गज विलियम शैटनर का भरपूर समर्थन प्राप्त था, जिन्होंने रिटर्न टू द फॉरेस्ट नामक वृत्तचित्र का वर्णन किया था, जो बंदी एशियाई हाथियों को जंगल में पुनः स्थापित करने के बारे में एक आकर्षक 30 मिनट की फिल्म थी। पहले विश्व हाथी दिवस की प्रेरणा दुनिया भर की आबादी और संस्कृतियों में इन राजसी जीवों की दुर्दशा की ओर ध्यान आकर्षित करना था। अपने सुखद और बुद्धिमान स्वभाव के कारण, दुनिया के सबसे बड़े थलचर जानवरों को दुनिया भर में प्यार मिलता है। लेकिन दुर्भाग्य से, इन शानदार जीवों के अस्तित्व को कई खतरों का सामना करना पड़ रहा है।


राष्ट्रीय मध्यम आयु वर्ग का बच्चा दिवस

राष्ट्रीय मध्यम बाल दिवस सभी मध्यम बच्चों के महत्व और विशेष स्थान को मान्यता देता है, जो न तो सबसे छोटे हैं और न ही सबसे बड़े भाई-बहन। इस दिन की शुरुआत 1980 के दशक में एलिजाबेथ वॉकर ने की थी, says National Day Calendar. शोधकर्ता लंबे समय से यह मानते रहे हैं कि मध्यम बच्चों को बड़ा होने में मुश्किल होती है और यहाँ तक कि उन्हें "मध्यम बाल सिंड्रोम" जैसे नाम भी दिए गए हैं। यह सच हो सकता है कि कई मध्यम बच्चों को कभी-कभी गलत समझा जाता है, उपेक्षित किया जाता है और कम आंका जाता है। हालाँकि, नए शोध से पता चलता है कि मध्यम बच्चा होने के अपने फायदे हैं। राष्ट्रीय मध्यम शिशु दिवस की शुरुआत 1986 में उन भाई-बहनों के लिए एक ख़ास दिन मनाने के लिए हुई थी जो खुद को उपेक्षित या उपेक्षित महसूस करते हैं। अब तक, यह 12 अगस्त को मनाया जाता रहा है। 1986 में एलिज़ाबेथ वॉकर द्वारा शुरू किया गया, राष्ट्रीय मिडिल चाइल्ड दिवस हमारे मझले भाई-बहनों का सम्मान करता है और हमें याद दिलाता है कि हर बच्चा अनमोल और महत्वपूर्ण है।
सभी लोग इस अवकाश की तिथि पर सहमत नहीं हैं: ब्रूस हॉपमैन द्वारा स्थापित अंतर्राष्ट्रीय मिडिल चाइल्ड यूनियन, राष्ट्रीय मिडिल चाइल्ड दिवस को 2 जुलाई को बदलना चाहता है, जो कैलेंडर वर्ष के ठीक मध्य में पड़ता है।

रविवार, 10 अगस्त 2025

11 अगस्त


11 अगस्त 

खुदीराम बोस शहादत दिवस

देश की आजादी की लड़ाई में अहम योगदान देने वाले नौजवानों में एक नाम खुदीराम बोस का है, जिन्हें 11 अगस्त 1908 को फांसी दे दी गई। उस समय उनकी उम्र महज 18 साल कुछ महीने थी। खुदीराम बोस का जन्म पश्चिम बंगाल के मिदनापुर में 03 दिसंबर 1889 को त्रैलोक्यनाथ बोस के यहां हुआ था। उनमें देश को आजाद कराने की ऐसी लगन लगी कि उन्होंने नौवीं कक्षा के बाद ही पढ़ाई छोड़ दी और स्वदेशी आंदोलन में कूद पड़े। इसके बाद वे रिवॉल्यूशनरी पार्टी के सदस्य बने और वंदे मातरम् पैम्फलेट वितरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। 1905 में बंगाल विभाजन के विरोध में चलाए गए आंदोलन में भी उन्होंने बढ़-चढ़कर भाग लिया। 28 फरवरी 1906 को वे गिरफ्तार कर लिए गए लेकिन वे कैद से भाग निकले। लगभग 2 महीने बाद अप्रैल में वे फिर से पकड़े गए। 16 मई 1906 को उन्हें रिहा कर दिया गया। 6 दिसंबर 1907 को खुदीराम ने नारायगढ़ रेलवे स्टेशन पर बंगाल के गवर्नर की विशेष ट्रेन पर हमला किया, परंतु गवर्नर बच गया। सन् 1908 में उन्होंने दो अंग्रेज अधिकारियों वाट्सन और पैम्फायल्ट फुलर पर बम से हमला किया लेकिन वे भी बच निकले। खुदीराम बोस मुजफ्फरपुर के सेशन जज से बेहद खफा थे, क्योंकि उसने बंगाल के कई देशभक्तों को कड़ी सजा दी थी। उन्होंने अपने साथी प्रफुल्लचंद चाकी के साथ मिलकर सेशन जज किंग्सफोर्ड से बदला लेने की योजना बनाई और दोनों मुजफ्फरपुर आए और 30 अप्रैल 1908 को सेशन जज की गाड़ी पर बम फेंक दिया, लेकिन उस समय गाड़ी में किंग्सफोर्ड की जगह उसकी परिचित दो यूरोपीय महिला कैनेडी और उसकी बेटी सवार थी। किंग्सफोर्ड के धोखे में दोनों महिलाएं मारी गई, जिसका खुदीराम और प्रफुल्ल चंद चाकी को बेहद अफसोस हुआ। फिर अंग्रेज पुलिस उनके पीछे लगी गई और उन्हें वैनी रेलवे स्टेशन पर घेर लिया। अपने को पुलिस से घिरा देख प्रफुल्लचंद चाकी ने खुद को गोली मारकर अपनी शहादत दे दी जबकि खुदीराम बोस पकड़े गए। और 11 अगस्त 1908 को उन्हें मुजफ्फरपुर जेल में फांसी दे दी गई। उस समय उनकी उम्र मात्र 19 साल थी।



विश्व स्टीलपैन दिवस 

विश्व स्टीलपैन दिवस हर साल 11 अगस्त को मनाया जाता है, यह दिन बेहद खास माना जाता है। इसका उद्देश्य Steel Pan संगीत की कला और संस्कृति को मान्यता देना है, इस दिन को मनाने का मुख्य कारण 1946 में त्रिनिदाद और टोबैगो में Steel Pan का पहला सार्वजनिक प्रदर्शन था, Steel Pan, जो कैरेबियन संगीत का एक मेन हिस्सा है, अपनी अनोखी ध्वनि और लय के लिए जाना जाता है, यह दिन Steel Pan के इतिहास और इसके वैश्विक प्रभाव को बढ़ावा देने का एक अवसर है, विभिन्न कार्यक्रम और संगीत प्रस्तुतियां इस दिन को खास बनाती हैं । यह स्वीकार करते हुए कि स्टीलपैन समावेशी समाजों, टिकाऊ समुदायों और रचनात्मक अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देता है और मानसिक स्वास्थ्य और कल्याण, लैंगिक समानता और युवा सशक्तिकरण पर सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने 11 अगस्त को विश्व स्टीलपैन दिवस के रूप में घोषित करने का निर्णय लिया ।
सभा ने हितधारकों को विश्व स्टीलपैन दिवस मनाने के लिए आमंत्रित किया, जिसका उद्देश्य स्टीलपैन के सांस्कृतिक और ऐतिहासिक महत्व के साथ-साथ सतत विकास से इसके संबंध के बारे में जागरूकता बढ़ाना था
Steel Pan एक खास प्रकार का म्यूजिकल इंस्ट्रूमेंट है जो त्रिनिदाद और टोबैगो का पारंपरिक संगीत वाद्य है, इस दिन को मनाने का उद्देश्य Steel Pan की कला और इसकी वैश्विक पहचान को बढ़ावा देना है। Steel Pan का इतिहास त्रिनिदाद और टोबैगो से जुड़ा हुआ है, जहां इसका विकास 1930 और 1940 के दशक में हुआ था, यह वाद्ययंत्र मुख्य रूप से ड्रम से विकसित हुआ और इसका निर्माण धातु की बर्तनों से किया जाता है, Steel Pan को इसके अनोखे ध्वनि और लय के लिए जाना जाता है और यह कैरेबियन संगीत की पहचान बन चुका है.

पुत्र एवं पुत्री दिवस

11 अगस्त को राष्ट्रीय पुत्र-पुत्री दिवस माता-पिता और उनके बच्चों को एक साथ समय बिताने का एक बेहतरीन मौका देता है। इस दिन, अपने जीवन की खुशियों के साथ रहें। 11 अगस्त को इस दिन के मनाए जाने का सबसे पहला रिकॉर्ड 1988 में पाया गया। इसका उल्लेख 12 अगस्त, 1988 के नानाइमो (ब्रिटिश कोलंबिया, कनाडा) डेली न्यूज लेख में मिलता है। 20 अगस्त, 1944 को सेंट जोसेफ न्यूज़-प्रेस/गजट में प्रकाशित एक लेख के अनुसार, 1936 में जे. हेनरी ड्यूसेनबेरी ने पहली बार बेटों और बेटियों के दिन का विचार अपनाया। यह विचार उन्हें एक बच्चे द्वारा यह पूछते हुए सुनने के बाद आया कि ऐसा कोई अवसर क्यों नहीं होता। उनके प्रयासों से, यह दिन मिसौरी में शुरू हुआ और फैल गया।1945 तक, यह उत्सव 22 राज्यों में अपने चरम पर पहुँच गया और इस आयोजन में विभिन्न संगठनों ने भाग लिया।1972 में, फ्लोरिडा के कांग्रेसी क्लाउड पेपर ने टेक्सास के डेल रियो की जॉर्जिया पॉल की ओर से बेटों और बेटियों के लिए एक दिवस की स्थापना हेतु एक अनुरोध प्रस्तुत किया। 28 अक्टूबर, 1972 के डेल रियो न्यूज़-हेराल्ड के अनुसार, अनुरोध में यह घोषणा की गई थी कि यह दिवस प्रतिवर्ष जनवरी के आखिरी रविवार को मनाया जाएगा। हालाँकि, न तो सदन और न ही सीनेट ने इस दिवस की घोषणा के लिए किसी विधेयक या संयुक्त प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए। 


शनिवार, 9 अगस्त 2025

10 अगस्त


10 अगस्त 

विश्व शेर दिवस

विश्व शेर दिवस हर वर्ष 10 अगस्त को मनाया जाता है, जिसका उद्देश्य जंगल के राजा शेर के संरक्षण और जागरूकता को बढ़ावा देना है। शेर वन्य जीवन पारिस्थितिकी तंत्र का एक अहम हिस्सा है, लेकिन लगातार घटती आबादी के कारण यह संकट में है। विश्व शेर दिवस की शुरुआत 2013 में डेरिक और बेव्हरली जौबर्ट नामक वन्यजीव संरक्षणवादियों ने की थी। पहला विश्व शेर दिवस 2013 में अस्तित्व में आया। इसका नेतृत्व डेरेक और बेवर्ली जौबर्ट ने किया, जो संरक्षण और जंगली बिल्लियों के प्रति समर्पित एक दंपति हैं। यह महसूस करने के बाद कि दुनिया भर में शेरों की आबादी में भारी गिरावट आई है, जौबर्ट ने ब्रांड की मदद के लिए "नेशनल ज्योग्राफिक" से संपर्क किया। उनके साथ साझेदारी करते हुए, दंपति ने 2009 में बिग कैट इनिशिएटिव (बीसीआई) की स्थापना की। बीसीआई का मुख्य लक्ष्य दुनिया में शेष शेर प्रजातियों की रक्षा और संरक्षण करना होगा। 

विश्व जैव ईंधन दिवस

विश्व जैव ईंधन दिवस हर वर्ष 10 अगस्त को मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य जैव ईंधन के प्रति जागरूकता फैलाना और वैकल्पिक ऊर्जा स्रोतों को बढ़ावा देना है। जैव ईंधन जैसे बायोडीजल, बायोगैस, इथेनॉल आदि जीवाश्म ईंधनों का हरित विकल्प हैं, जो प्रदूषण कम करने और पर्यावरण को सुरक्षित रखने में सहायक होते हैं। यह दिवस वैज्ञानिक सर रूडॉल्फ डीजल की स्मृति में मनाया जाता है, जिन्होंने 1893 में पहली बार मूंगफली के तेल से इंजन चलाकर जैव ईंधन की संभावना को सिद्ध किया था। इस दिवस की स्थापना पारंपरिक ईंधनों के विकल्प के रूप में गैर-जीवाश्म ईंधनों के बारे में जागरूकता पैदा करने, ऊर्जा सुरक्षा की अवधारणा को बढ़ावा देने और नवीकरणीय ऊर्जा के विकास को बढ़ावा देने के लिए की गई है। यह दिवस जैव ईंधन में महत्वपूर्ण तकनीकी विकास को दर्शाता है, उदाहरण के लिए, खाद्य फसलों से बने प्रथम पीढ़ी के जैव ईंधनों से अपशिष्ट और गैर-खाद्य बायोमास का उपयोग करके उन्नत जैव ईंधनों की ओर बदलाव।

व्लॉगिंग डे

व्लॉगिंग डे हर साल 10 अगस्त को मनाया जाता है, जो उन सभी कंटेंट क्रिएटर्स को सम्मानित करता है जो अपने जीवन, अनुभव और कहानियों को कैमरे के माध्यम से दुनिया के साथ साझा करते हैं। व्लॉगिंग (वीडियो ब्लॉगिंग) आज के डिजिटल युग में एक सशक्त माध्यम बन चुका है जिससे लोग मनोरंजन, शिक्षा, यात्रा, खाना, फैशन और तकनीकी जैसे विषयों पर अपने विचार प्रस्तुत करते हैं। पहला व्लॉग 2 जनवरी 2000 को एडम कोंट्रास द्वारा बनाया गया था, जिसमें उन्होंने अपने काम के लिए लॉस एंजिल्स जाने के बारे में एक ब्लॉग पोस्ट किया था और उन्होंने एक छोटा सा वीडियो भी संलग्न किया था जिसमें वे अपने कुत्ते को होटल में ले जा रहे थे, जहां पालतू जानवरों का प्रवेश वर्जित था। 2005 में यूट्यूब के लॉन्च के बाद व्लॉगिंग को बड़ी सफलता मिली, जब साइट के सह-संस्थापक जावेद करीम ने अपने चैनल जावेद पर  "मी एट द जू" शीर्षक के साथ पहला यूट्यूब व्लॉग क्लिप अपलोड किया। डेज़ ऑफ द ईयर के अनुसार, व्लॉगिंग डे की स्थापना 2018 में यूके के सबसे बड़े ऑनलाइन वीडियो फेस्टिवल समर इन द सिटी द्वारा की गई थी।  इस महोत्सव का उद्देश्य एक ऐसा दिन बनाना था जिसमें व्लॉगिंग की रचनात्मकता और समुदाय का जश्न मनाया जा सके, तथा अधिकाधिक लोगों को इसे आजमाने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके।



आलसी दिवस

10 अगस्त को राष्ट्रीय आलस्य दिवस हमें आराम करने और सुस्ताने का मौका देता है। इसलिए, हम यहाँ थोड़े आलसी होने वाले हैं। रॉयल सोसाइटी बी: बायोलॉजिकल साइंसेज द्वारा 2018 में किए गए एक अध्ययन से पता चलता है कि आलसी होना आपको लंबा जीवन जीने में मदद कर सकता है। यह दिन उन लोगों के लिए खास होता है जो व्यस्त जीवनशैली से थोड़ी राहत लेना चाहते हैं। आज के दिन का उद्देश्य है — बिना किसी अपराधबोध के आराम करना, आलस करना और अपने मनपसंद आरामदायक कामों में समय बिताना।


विश्व संस्कृत दिवस 

भारत में प्रतिवर्ष श्रावणी पूर्णिमा के पावन अवसर को संस्कृत दिवस के रूप में मनाया जाता है। श्रावणी पूर्णिमा अर्थात् रक्षा बन्धन ऋषियों के स्मरण तथा पूजा और समर्पण का पर्व माना जाता है। ऋषि ही संस्कृत साहित्य के आदि स्रोत हैं इसलिए श्रावणी पूर्णिमा को ऋषि पर्व और संस्कृत दिवस के रूप में मनाया जाता है। राज्य तथा जिला स्तरों पर संस्कृत दिवस आयोजित किए जाते हैं। इस अवसर पर संस्कृत कवि सम्मेलन, लेखक गोष्ठी, छात्रों की भाषण तथा श्लोकोच्चारण प्रतियोगिता आदि का आयोजन किया जाता है, जिसके माध्यम से संस्कृत के विद्यार्थियों, कवियों तथा लेखकों को उचित मंच प्राप्त होता है। सन् 1969 में भारत सरकार के शिक्षा मंत्रालय के आदेश से केन्द्रीय तथा राज्य स्तर पर संस्कृत दिवस मनाने का निर्देश जारी किया गया था। तब से संपूर्ण भारत में संस्कृत दिवस श्रावण पूर्णिमा के दिन मनाया जाता है। इस दिन को इसीलिए चुना गया था कि इसी दिन प्राचीन भारत में शिक्षण सत्र शुरू होता था। इसी दिन वेद पाठ का आरंभ होता था तथा इसी दिन छात्र शास्त्रों के अध्ययन का प्रारंभ किया करते थे। पौष माह की पूर्णिमा से श्रावण माह की पूर्णिमा तक अध्ययन बन्द हो जाता था। प्राचीन काल में फिर से श्रावण पूर्णिमा से पौष पूर्णिमा तक अध्ययन चलता था, इसीलिए इस दिन को संस्कृत दिवस के रूप से मनाया जाता है। आजकल देश में ही नहीं, विदेश में भी संस्कृत उत्सव बड़े उत्साह के साथ मनाया जाता है। इसमें केन्द्र तथा राज्य सरकारों का भी योगदान उल्लेखनीय है।

शुक्रवार, 8 अगस्त 2025

9 अगस्त


9 अगस्त 

विश्व आदिवासी जन दिवस 

विश्व आदिवासी दिवस प्रत्येक वर्ष 9 अगस्त को मनाया जाता है। आदिवासी लोग वर्षों से अपनी पहचान, अपनी जीवन शैली और पारंपरिक भूमि, भूभाग और प्राकृतिक संसाधनों पर अपने अधिकार की मान्यता की मांग करते रहे हैं। फिर भी, पूरे इतिहास में उनके अधिकारों का हनन होता रहा है। आज आदिवासी लोग निस्संदेह दुनिया के सबसे वंचित और कमजोर समूहों में से एक हैं। अंतर्राष्ट्रीय समुदाय अब यह मानता है कि उनके अधिकारों की रक्षा और उनकी विशिष्ट संस्कृतियों और जीवन शैली को बनाए रखने के लिए विशेष उपायों की आवश्यकता है। इन जनसंख्या समूहों की आवश्यकताओं के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए, प्रत्येक 9 अगस्त को विश्व के आदिवासी लोगों का अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाया जाता है, जिसे 1982 में जिनेवा में आयोजित आदिवासी जनसंख्या पर संयुक्त राष्ट्र कार्य समूह की पहली बैठक के सम्मान में चुना गया था।
यह दिन स्वदेशी समुदायों की सांस्कृतिक विविधता और उनके अधिकारों की रक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने के उद्देश्य से समर्पित है। इस दिवस पर स्वदेशी लोगों की सामाजिक और आर्थिक समस्याओं पर ध्यान केंद्रित किया जाता है, यह दिन उनकी सांस्कृतिक धरोहर और अधिकारों की मान्यता के लिए महत्वपूर्ण है। इसका उद्देश्य आदिवासी लोगों की सांस्कृतिक धरोहर, उनके अधिकार और उनके सामने आने वाली समस्याओं को उजागर करना है, इस दिन की स्थापना स्वदेशी समुदायों की सामाजिक और आर्थिक स्थिति को बेहतर बनाने के लिए की गई थी।इस दिन संयुक्त राष्ट्र संघ (UNO) ने आदिवासियों के भले के लिए एक कार्यदल गठित किया था जिसकी बैठक 9 अगस्त 1982 को हुई थी। उसी के बाद से (UNO) ने अपने सदस्य देशों को प्रतिवर्ष 9 अगस्त को 'विश्व आदिवासी दिवस' मनाने की घोषणा  की। संयुक्त राष्ट्र महासभा ने पहली बार 1994 को अंतर्राष्ट्रीय आदिवासी वर्ष घोषित किया था। दिसंबर 1994 में संयुक्त राष्ट्र महासभा के  प्रस्ताव 49/214 द्वारा अपनाई गई यह तिथि , 1982 में जिनेवा में आयोजित मानवाधिकारों के संवर्धन और संरक्षण पर उप-आयोग के आदिवासी आबादी पर संयुक्त राष्ट्र कार्य समूह की पहली बैठक की तिथि को चिह्नित करती है। अमेरिका में 12 अक्टूबर को हर साल कोलंबस दिवस मनाया जाता है और वहां के आदिवासियों का मानना था कि कोलंबस उस उपनिवेशी शासन व्यवस्था का प्रतिनिधित्व करते हैं, जिसके लिए बड़े पैमाने पर जनसंहार हुआ था। इसके बाद फिर कोलंबस दिवस की जगह पर आदिवासी दिवस मनाने की मागं उठी। इसके लिए 1977 में जेनेवा में एक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन किया गया और इस सम्मेलन में कोलंबस दिवस की जगह आदिवासी दिवस मनाने की मांग की गई।

राष्ट्रीय पुस्तक प्रेमी दिवस

राष्ट्रीय पुस्तक प्रेमी दिवस हर वर्ष 9 अगस्त को मनाया जाता है। यह दिन उन सभी लोगों को समर्पित है जिन्हें किताबों से विशेष लगाव होता है। किताबें केवल ज्ञान का स्रोत नहीं होतीं, बल्कि वे हमारी भावनाओं, कल्पनाओं और अनुभवों को समृद्ध करती हैं। इस दिन का उद्देश्य लोगों को पढ़ने की प्रेरणा देना और पुस्तक प्रेम को बढ़ावा देना है। टेक्नोलॉजी के इस युग में जहाँ लोग मोबाइल और सोशल मीडिया में व्यस्त रहते हैं, वहाँ नेशनल बुक लवर्स डे हमें याद दिलाता है कि किताबों का महत्व कभी कम नहीं होता।

अंतर्राष्ट्रीय सहकर्मी दिवस

अंतर्राष्ट्रीय सहकर्मी दिवस हर वर्ष 9 अगस्त को मनाया जाता है। यह दिन उन सभी लोगों के योगदान को सम्मानित करने के लिए मनाया जाता है जो सहकर्मी के रूप में हमारे कार्यस्थल को सकारात्मक, सहयोगात्मक और प्रेरणादायक बनाते हैं। सहकर्मी केवल साथ काम करने वाले लोग नहीं होते, बल्कि वे हमारे कार्यक्षेत्र में साथी, मार्गदर्शक और सहयोगी भी होते हैं। वर्किंग स्पेस में स्वतंत्र लेखक, प्रोग्रामर और ग्राफ़िक डिज़ाइनर शामिल हो सकते हैं जो हफ़्ते में दो बार एक साथ मिलते हैं। सिर्फ़ काम के सिलसिले में एक साथ मिलने के अलावा, वे अन्य तरीकों से भी एक-दूसरे से जुड़ते हैं। को-वर्किंग का दिन साथ में नाश्ता करने से शुरू हो सकता है। उनके कार्यदिवस में थोड़ा ध्यान और सैर का ब्रेक भी शामिल हो सकता है। कोवर्किंग का एक सबसे बड़ा फ़ायदा यह है कि यह नेटवर्किंग के व्यापक अवसर प्रदान 
करता है। कोवर्किंग की अवधारणा 1995 में शुरू हुई थी, जब बर्लिन में हैकर्स एक ऐसा मंच ढूँढ़ना चाहते थे जहाँ वे अपने विचार और जानकारी साझा कर सकें। हालाँकि, कोवर्किंग की अवधारणा 2005 तक पूरी तरह से विकसित नहीं हुई थी। यह वह समय था जब सॉफ्टवेयर इंजीनियर ब्रैड न्यूबर्ग ने रचनाकारों को एक समुदाय के रूप में एक साथ आने के लिए आमंत्रित करने के बारे में ब्लॉग लिखा था। 7 अगस्त, 2010 को न्यूयॉर्क शहर के पहले समर्पित कोवर्किंग स्पेस, न्यू वर्क सिटी के सह-संस्थापक, टोनी बेकिगालुपो ने अपना ब्लॉग पोस्ट किया। ब्लॉग में उन्होंने लिखा, "अगले सोमवार को ब्रैड न्यूबर्ग द्वारा पहली बार कोवर्किंग के बारे में बात किए हुए 5 साल हो जाएँगे। मुझे लगता है कि उस तारीख को आधिकारिक कोवर्किंग दिवस होना चाहिए।" उस दिन से, 9 अगस्त को अंतर्राष्ट्रीय कोवर्किंग दिवस के रूप में मनाया जाता है।

राष्ट्रीय उपराष्ट्रपति दिवस

9 अगस्त को राष्ट्रीय उपराष्ट्रपति दिवस संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति की उत्तराधिकार योजना को मान्यता देता है। यह दिन उस राष्ट्रपति को भी याद करता है जो न तो उपराष्ट्रपति चुने गए और न ही राष्ट्रपति - गेराल्ड फोर्ड। संयुक्त राज्य अमेरिका के इतिहास में 14 उपराष्ट्रपति राष्ट्रपति बने हैं। इनमें से केवल 5 को ही उपराष्ट्रपति के रूप में अपना कार्यकाल पूरा करने के बाद किसी समय जनता ने चुना। बाकी आठ राष्ट्रपति की मृत्यु के बाद राष्ट्रपति पद पर आसीन हुए। और फिर एक उपराष्ट्रपति ऐसा भी है जो राष्ट्रपति बना, लेकिन कभी चुना ही नहीं गया। गेराल्ड फोर्ड ने नियुक्ति द्वारा उपराष्ट्रपति का पद प्राप्त किया। जब निक्सन ने 1974 में इस्तीफा दे दिया, तो फोर्ड राष्ट्रपति पद पर आसीन हुए। वे सेवा करने वाले एकमात्र ऐसे राष्ट्रपति हैं जिन्हें न तो उपराष्ट्रपति पद के लिए चुना गया और न ही राष्ट्रपति पद के लिए।

गुरुवार, 7 अगस्त 2025

8 अगस्त


8 अगस्त 

भारत छोड़ो आंदोलन दिवस/ अगस्त क्रांति दिवस 

8 अगस्त को भारत छोड़ो आंदोलन दिवस मनाया जाता है। इसे अगस्त क्रांति दिवस भी कहते हैं। इसकी उत्पत्ति वर्ष 1942 से हुई है, जो भारत की स्वतंत्रता की लड़ाई का एक महत्वपूर्ण क्षण था। 8 अगस्त, 1942 को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी का एक अधिवेशन बंबई (अब मुंबई) में अयोजित किया गया और भारत छोड़ो का प्रस्ताव पारित किया गया, जिसमें ब्रिटिश शासन के तत्काल अंत की मांग की गई। “करो या मरो” के नारे के साथ गांधीजी ने पूरे देश में आन्दोलन का जोश भर दिया। हालाँकि, अगले ही दिन गांधीजी और अन्य वरिष्ठ कांग्रेस नेताओं को गिरफ्तार कर लिया गया और कांग्रेस को अवैध घोषित कर दिया गया। इसके बाद 8 अगस्त से पूरे देश में व्यापक प्रदर्शनों, हड़तालों और असहयोग आंदोलनों की एक राष्ट्रव्यापी लहर शुरू हो गई। अपनी सत्ता के लिए खतरा महसूस करते हुए, ब्रिटिशों ने अगले ही दिन कार्रवाई की और 9 अगस्त को गांधीजी और अन्य प्रमुख कांग्रेसी नेताओं को गिरफ्तार कर लिया, ताकि आंदोलन को रोका जा सके; इसके बावजूद, भारत भर में विरोध गतिविधियाँ और तेज़ हो गईं, जिसमें आम नागरिकों, छात्रों और महिलाओं ने आंदोलन को आगे बढ़ाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। भारत छोड़ो आंदोलन ने एक अखिल भारतीय एकता की शक्ति और सामूहिक असहयोग आंदोलन को प्रस्तुत किया, जिसने भारत की स्वतंत्रता के प्रयासों को और तीव्र किया, और अंततः 1947 में देश की आज़ादी के रूप में परिणत हुआ।

अंतर्राष्ट्रीय अनंत दिवस

अंतर्राष्ट्रीय अनंत दिवस, जिसे अनंत दिवस के नाम से भी जाना जाता है, की शुरुआत सबसे पहले 1987 में फुटपाथ पर रहने वाले न्यूयॉर्क के दार्शनिक जीन-पियरे एडी फेन्यो ने की थी। कला, दर्शन और विज्ञान को बढ़ावा देकर स्वतंत्र चिंतन के माध्यम से जीवन का उत्सव मनाने का जीन-पियरे का लक्ष्य दुनिया भर में तेज़ी से फैला। तब से, लोग क्रमशः गहराई से और स्वतंत्र रूप से सोचने की आज़ादी का जश्न मनाते आ रहे हैं! हम सभी अनंत चिन्ह को एक तिरछे 8 से पहचानते हैं। इसके अलावा, हम यह भी जानते हैं कि इसका कोई अंत नहीं है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि अनंत चिन्ह का अर्थ इससे कहीं ज़्यादा है? अंतर्राष्ट्रीय इन्फिनिटी दिवस प्रत्येक वर्ष 8वें महीने के 8वें दिन मनाया जाता है। हमारे सौरमंडल में भी 8 ग्रह हैं। इसके अलावा, सूर्य को पृथ्वी तक पहुँचने में 8 मिनट लगते हैं। अनंत प्रतीक जोड़ों के लिए शाश्वत प्रेम का प्रतिनिधित्व करता है। एक छाते में 8 भुजाएँ होती हैं।
मकड़ियों के 8 पैर होते हैं। ऑस्ट्रिया की सीमा से आठ देश लगते हैं (चेक गणराज्य, जर्मनी, हंगरी, इटली, लिकटेंस्टीन, स्लोवाकिया, स्लोवेनिया और स्विट्जरलैंड)।
एक स्टॉप साइन में 8 चिन्ह होते हैं। बीटल्स ने 1964 में "एट डेज़ ए वीक" रिलीज़ किया।

राष्ट्रीय खुशी  दिवस

सीक्रेट सोसाइटी ऑफ हैप्पी पीपल द्वारा 1999 में "एडमिट यू आर हैप्पी डे" के नाम से स्थापित, नेशनल हैप्पीनेस हैपन्स डे का उद्देश्य खुश रहने की खुशी फैलाना और लोगों को जीवन के उज्जवल पक्ष को देखने के लिए प्रेरित करना है। सीक्रेट सोसाइटी ऑफ़ हैप्पी पीपल की स्थापना अगस्त 1998 में हुई थी। यह एक ऐसा संगठन है जिसकी स्थापना खुशी का जश्न मनाने के लिए की गई थी। यह सोसाइटी अपने सदस्यों को अपने दैनिक जीवन में खुशी के बारे में सोचने और खुशी के पलों को पहचानने के लिए प्रोत्साहित करती है। इसके दो आदर्श वाक्य हैं। पहला है, "मेरी परेड पर बारिश के बारे में सोचना भी मत" और दूसरा है, "खुशी होती है", और यही इस दिन का मूल उद्देश्य है।

डिजिटल नोमैड दिवस

8 अगस्त को डिजिटल नोमैड दिवस की शुरुआत रूटलेस लिविंग मैगज़ीन  द्वारा 2020 में   उन लोगों के सम्मान में की गई थी जो दूरस्थ कार्य को मोबाइल जीवनशैली के साथ जोड़ते हैं। डिजिटल नोमैड अक्सर डिजिटल उपकरणों और विश्वसनीय इंटरनेट की बदौलत ऑनलाइन कमाई करते हुए एक शहर से दूसरे शहर जाते हैं। यह दिन काम की बदलती प्रकृति और स्वतंत्रता, लचीलेपन और रोमांच को अपनाने वाले बढ़ते समुदाय को सम्मानित करता है। यह उन लोगों के गुणों और जीवन का जश्न मनाता है जो दुनिया को अपना कार्यस्थल बनाते हैं। जैसे-जैसे ज़्यादा से ज़्यादा लोग कठोर कार्य-संस्कृतियों से निराश हो रहे हैं, कई लोग अपनी आजीविका को बनाए रखते हुए दुनिया की सर्वोत्तम पेशकश का अनुभव करने के तरीके खोज रहे हैं। इसलिए, डिजिटल नोमैड दिवस एक ऐसा दिन है जो दूरस्थ कार्य-संस्कृति का जश्न मनाता है और डिजिटल नोमैड जीवनशैली जीने वालों को यात्रा और कार्य के संयोजन से मिलने वाले अनगिनत लाभों और अनुभवों को साझा करने के लिए आमंत्रित करता है। दूरस्थ कार्य एक अपेक्षाकृत नई जीवनशैली है, जिसे ऑनलाइन नौकरियों की बढ़ती संख्या और दुनिया भर में इंटरनेट के व्यापक उपयोग ने बढ़ावा दिया है। कई लोगों के लिए, कार्यालय भवनों जैसे स्थिर वातावरण में काम करना उनके आराम, प्रेरणा और ऊर्जा को इस हद तक कम कर सकता है कि वे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन नहीं कर पाते या आगे नहीं बढ़ पाते। इन परिस्थितियों में काम करने वाले अधिकांश लोग यात्रा को अपनी छुट्टियों में की जाने वाली मुख्य गतिविधियों में से एक मानते हैं। डिजिटल घुमक्कड़ी के साथ, यात्रा और काम की प्रक्रिया एक साथ मिलकर उन्हें दोनों दुनिया का सर्वश्रेष्ठ प्रदान करती है।

डाइंग टू नो डे 

डाइंग टू नो डे / डी2के डे की शुरुआत 2013 में  डॉ. केरी नूनन और निकोल एंडाकॉट द्वारा स्थापित ग्राउंड्सवेल प्रोजेक्ट ऑस्ट्रेलिया की एक पहल के रूप में हुई थी । यह दिवस मृत्यु, मरणासन्नता और जीवन के अंत की योजना के बारे में खुली बातचीत को प्रोत्साहित करता है। यह मृत्यु दर के इर्द-गिर्द व्याप्त सांस्कृतिक चुप्पी को चुनौती देता है और लोगों को जीवन के एक सार्थक अंत के अनुभव के लिए तैयार होने के लिए सशक्त बनाता है।  डाइंग टू नो पुस्तक से प्रेरित होकर , यह अभियान पूरे ऑस्ट्रेलिया में एक राष्ट्रीय आंदोलन बन गया है।

ग्लोबल स्लीप अंडर द स्टार्स नाइट

ग्लोबल स्लीप अंडर द स्टार्स नाइट की  शुरुआत 2020 में आउटडोर ब्रांड  एडी बाउर ने  अपनी 100वीं वर्षगांठ के उपलक्ष्य में की थी। यह दिन दुनिया भर के लोगों को बाहर रात बिताने के लिए आमंत्रित करता है—चाहे वह जंगल में हो या अपने घर के पिछवाड़े में—और रात के आसमान की खूबसूरती का आनंद लें। यह प्रकृति और ऊपर के तारों के साथ हमारे साझा जुड़ाव की याद दिलाता है।

अंतर्राष्ट्रीय सहयोग दिवस

इंटीग्रेटिंग वूमेन लीडर्स फ़ाउंडेशन  द्वारा सामाजिक और सांस्कृतिक सीमाओं के पार सक्रिय सहयोग को बढ़ावा देने के लिए 2023 में  अंतर्राष्ट्रीय सहयोग दिवस की शुरुआत की गई थी  । 8/8 तारीख को संतुलन और एकता के प्रतीक के रूप में चुना गया था। यह दिन लोगों को हाशिए पर पड़े समूहों का समर्थन करने, उनके अनुभवों को सुनने और समावेशी समुदायों की वकालत करके कार्रवाई करने के लिए प्रोत्साहित करता है। अंतर्राष्ट्रीय सहयोग दिवस एक अवकाश है जिसकी स्थापना 2023 में एकता में निहित अविश्वसनीय शक्ति का जश्न मनाने के लिए की गई थी। यह विविधता को अपनाने, मतभेदों का जश्न मनाने और सभी के लिए अपनेपन की भावना को बढ़ावा देने का दिन है! 

अंतर्राष्ट्रीय बिल्ली दिवस

अंतर्राष्ट्रीय बिल्ली दिवस की  स्थापना 2002 में  अंतर्राष्ट्रीय पशु कल्याण कोष द्वारा  घरेलू बिल्लियों के स्वास्थ्य को बढ़ावा देने के लिए की गई थी। 2020 से, इस दिन की देखरेख  ब्रिटिश गैर-लाभकारी संस्था, इंटरनेशनल कैट केयर द्वारा की जा रही है , जो 1958 से बिल्लियों के स्वास्थ्य में सुधार के लिए काम कर रही है। यह दिन बिल्लियों के कल्याण, ज़िम्मेदार पालतू जानवरों के स्वामित्व और पशु चिकित्सा देखभाल के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाता है। इंटरनेशनल फंड फॉर एनिमल वेलफेयर (IFAW) ने 2002 में इस दिन की शुरुआत की थी। आज यह दिन दुनियाभर में बिल्ली प्रेमियों द्वारा खास उत्साह से मनाया जाता है। इस अवसर पर कई जगहों पर बिल्लियों को गोद लेने के कार्यक्रम, स्वास्थ्य जांच, और जागरूकता अभियान आयोजित किए जाते हैं, जिससे बिल्लियों का जीवन सुरक्षित और बेहतर बन सके।

राष्ट्रीय डॉलर दिवस

राष्ट्रीय डॉलर दिवस  8 अगस्त, 1786 को कॉन्टिनेंटल कांग्रेस द्वारा अमेरिकी डॉलर को आधिकारिक मुद्रा के रूप में अपनाने के निर्णय की याद में मनाया जाता है। 1862 में छपे पहले डॉलर के नोट पर  अब्राहम लिंकन के राजकोष सचिव सैल्मन पी. चेज़ की तस्वीर थी, न कि जॉर्ज वाशिंगटन की, जैसा कि कई लोग मानते हैं। दिलचस्प बात यह है कि आज हमारी जेब में रखे डॉलर के नोट को 50 सालों से ज़्यादा समय से बदला नहीं गया है। हालाँकि हाल के वर्षों में $5, $10, $20 और $50 के नोटों को नया रूप दिया गया है, लेकिन सिंगल नोट में कोई बदलाव नहीं हुआ है। डॉलर के नोट पर 13 नंबर कई जगहों पर लिखा होता है।

किसान दिवस (तंजानिया)

तंजानिया में हर साल 8 अगस्त को किसान दिवस मनाया जाता है और इसका उद्देश्य उन किसानों का सम्मान करना है जो समाज को भोजन और आजीविका प्रदान करते हैं। इस दिन को पहले श्रमिक दिवस, फिर उद्योग दिवस और फिर किसान दिवस के नाम से भी जाना जाता था। मूल रूप से इसे सबा सबा के नाम से मनाया जाता था, जिसका अर्थ है "सात, सात"। 8 अगस्त को किसान दिवस की स्थापना से जनता में थोड़ी उलझन पैदा हुई। इसलिए, दोनों छुट्टियों को मिलाकर अब एक सार्वजनिक अवकाश के रूप में मनाया जाता है। यह आम जनता के लिए एक सार्वजनिक अवकाश है और एक ऐसा दिन है जिस दिन लोग सामूहिक भोजन, पेय, नृत्य और संगीत का आनंद ले सकते हैं। तंजानिया में कृषि अत्यंत महत्वपूर्ण है। तंजानिया में रहने वाले सभी श्रमिकों में से आधे इसी क्षेत्र में काम करते हैं और कृषि तंजानिया के सकल घरेलू उत्पाद में लगभग एक तिहाई का योगदान देती है और निर्यात में 85% की हिस्सेदारी रखती है। सबसे बड़ी खाद्य फसल मक्का है और सबसे बड़ी नकदी फसल चीनी है। हालाँकि देश की अर्थव्यवस्था और समृद्धि में कृषि की महत्वपूर्ण भूमिका है, फिर भी उत्पादकता के मामले में इसे अभी भी चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। 1992 से पहले, हर साल 7 जुलाई को किसान दिवस 'सबा सबा' दिवस के नाम से मनाया जाता था। लेकिन 8 अगस्त को राष्ट्रीय अवकाश घोषित होने से थोड़ी उलझन हुई, इसलिए इसका नाम बदलकर किसान दिवस या 'नाने नाने' कर दिया गया, जिसका अर्थ है आठ, आठ। कुछ लोग दोनों दिन छुट्टी लेते थे, कुछ लोग सातवें दिन छुट्टी लेते थे, और कुछ लोग आठवें दिन छुट्टी लेते थे। दोनों छुट्टियों को एक दिन में मिलाने से पहले, म्वांजा शहर में एक विशाल कृषि उत्सव मनाया जाता था। इन उत्सवों में, देश भर के किसान अपनी उपज लेकर आते थे और अपने उत्पादों का प्रदर्शन करते थे।

नया बांग्लादेश दिवस

8 अगस्त को बांग्लादेश में "नया बांग्लादेश दिवस" मनाने का फैसला किया गया, जो नोबेल पुरस्कार विजेता मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार के शपथ ग्रहण की वर्षगांठ है. यह दिन 5 अगस्त 2024 को शेख हसीना सरकार के पतन के बाद आया था. इसके बाद, छात्रों के बीच विद्रोह हुआ और सरकार ने 5 अगस्त को जुलाई विद्रोह दिवस के रूप में घोषित किया.  8 अगस्त को "नया बांग्लादेश दिवस" मनाने का फैसला 5 अगस्त 2024 को शेख हसीना सरकार के पतन के बाद लिया गया था. छात्रों के विद्रोह के बाद, मुहम्मद यूनुस के नेतृत्व में एक अंतरिम सरकार का गठन किया गया था, जिन्होंने 8 अगस्त को शपथ ली थी. इस दिन को "नया बांग्लादेश" के रूप में मनाने का फैसला, देश में एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक है, जिसमें सुधारों और बुनियादी स्वतंत्रताओं की बहाली पर ध्यान केंद्रित किया गया। इसके अलावा, यूनुस सरकार ने 16 जुलाई को शहीद अबू सईद दिवस के रूप में घोषित किया है. जुलाई और अगस्त में, पिछले साल के छात्र आंदोलन की वर्षगांठ के रूप में, जन विद्रोह दिवसों के लिए 36 सदस्यीय राष्ट्रीय समिति का गठन किया गया है. यह ध्यान रखना महत्वपूर्ण है कि बांग्लादेश का स्वतंत्रता दिवस 26 मार्च को मनाया जाता है।

बुधवार, 6 अगस्त 2025

7 अगस्त


7 अगस्त 

हथकरघा दिवस 

देश में हथकरघा बुनकरों के सम्मान और भारत के हथकरघा उद्योग पर प्रकाश डालने के लिए प्रतिवर्ष 7 अगस्त को राष्ट्रीय हथकरघा दिवस मनाया जाता है। केंद्र सरकार ने देश के सामाजिक-आर्थिक विकास में हथकरघा उद्योग के महत्व के बारे में जागरूकता पैदा करने के उद्देश्य से जुलाई 2015 में 7 अगस्त को राष्ट्रीय हथकरघा दिवस घोषित किया था। 7 अगस्त को राष्ट्रीय हथकरघा दिवस के रूप में स्वदेशी आंदोलन की स्मृति में चुना गया था, जो 1905 में इसी दिन कलकत्ता टाउन हॉल में ब्रिटिश सरकार द्वारा बंगाल विभाजन के विरोध में शुरू किया गया था। इस आंदोलन का उद्देश्य घरेलू उत्पादों और उत्पादन प्रक्रियाओं को पुनर्जीवित करना था। हथकरघा क्षेत्र देश की गौरवशाली सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक और आजीविका का एक महत्वपूर्ण स्रोत है। यह क्षेत्र महिला सशक्तिकरण के लिए महत्वपूर्ण है क्योंकि 70% से अधिक हथकरघा बुनकर और संबद्ध श्रमिक महिलाएँ हैं। पहला राष्ट्रीय हथकरघा दिवस 7 अगस्त 2015 को मनाया गया था। इस दिन, हथकरघा बुनकर समुदाय को सम्मानित किया जाता है और देश के सामाजिक-आर्थिक विकास में इस क्षेत्र के योगदान को रेखांकित किया जाता है। हमारी हथकरघा विरासत की रक्षा करने और हथकरघा बुनकरों और श्रमिकों को अधिक अवसर प्रदान करके उन्हें सशक्त बनाने का संकल्प दोहराया जाता है। सरकार हथकरघा क्षेत्र के सतत विकास को सुनिश्चित करने का प्रयास करती है ताकि हमारे हथकरघा बुनकरों और श्रमिकों को आर्थिक रूप से सशक्त बनाया जा सके और उनकी उत्कृष्ट शिल्पकला पर गर्व किया जा सके।

नेशनल जैवलिन डे

नीरज चोपड़ा ने 7 अगस्त, 2021 को टोक्यो 2020 में स्वर्ण पदक जीता था। इसे भारत में जैवलिन थ्रो डे या नेशनल जैवलिन डे के रूप में मनाया जाता है। 7 अगस्त का दिन भारतीय खेल इतिहास में एक बहुत ही खास जगह रखता है। दरअसल, इसे आधिकारिक तौर पर भारत में जैवलिन थ्रो डे या नेशनल जैवलिन डे के रूप में मनाया जाता है। यह टोक्यो 2020 ओलंपिक में नीरज चोपड़ा की ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीत के लिए एक ट्रिब्यूट है। टोक्यो में 7 अगस्त, 2021 को नीरज की जीत के यादगार पल ने भारतीय एथलेटिक्स को फिर से परिभाषित किया। इसके साथ ही उन्होंने पूरे देश और एक पूरी पीढ़ी में खेल की क्रांति को प्रेरित किया। टोक्यो में उनकी ऐतिहासिक उपलब्धि स्वतंत्रता के बाद ट्रैक एंड फील्ड में देश का पहला ओलंपिक पदक और अभिनव बिंद्रा के बाद ग्रीष्मकालीन खेलों में दूसरा व्यक्तिगत स्वर्ण पदक था। साल 2022 से, 7 अगस्त की तारीख को एथलेटिक्स फेडरेशन ऑफ इंडिया (एएफआई) ने भारत में आधिकारिक भाला फेंक दिवस के रूप में स्थापित किया है। भारत में एथलेटिक्स की सर्वोच्च संस्था, भारतीय एथलेटिक्स महासंघ ने टोक्यो ओलंपिक में नीरज चोपड़ा के ऐतिहासिक स्वर्ण पदक जीतने के उपलक्ष्य में 7 अगस्त को राष्ट्रीय भाला फेंक दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया।


प्रकाशस्तंभ दिवस

7 अगस्त को प्रतिवर्ष मनाया जाने वाला राष्ट्रीय प्रकाशस्तंभ दिवस, उस प्रकाशस्तंभ का सम्मान करता है जो सैकड़ों वर्षों से समुद्र में जहाजों और नावों की सुरक्षा का प्रतीक रहा है। एक समय में, यह प्रकाशस्तंभ अमेरिका के लगभग सभी तटों पर देखा जा सकता था। 7 अगस्त, 1789 को, संयुक्त राज्य अमेरिका की कांग्रेस ने "लाइटहाउस, बीकन, बुआ और सार्वजनिक घाटों की स्थापना और समर्थन" के लिए एक अधिनियम को मंज़ूरी दी। दो सौ साल बाद, कांग्रेस ने 7 अगस्त को राष्ट्रीय लाइटहाउस दिवस घोषित किया। लाइटहाउस को एक मीनार, इमारत या किसी अन्य प्रकार की संरचना के रूप में परिभाषित किया जाता है जिसे लैंप और लेंस की एक प्रणाली से प्रकाश उत्सर्जित करने के लिए डिज़ाइन किया गया हो। इसका उपयोग समुद्र या अंतर्देशीय जलमार्गों पर समुद्री पायलटों के लिए नौवहन सहायता के रूप में किया जाता है। लाइटहाउस कई उद्देश्यों की पूर्ति करते हैं, जैसे खतरनाक तटरेखाओं, खतरनाक उथले पानी और चट्टानों को चिह्नित करना और बंदरगाहों तक सुरक्षित प्रवेश सुनिश्चित करना। ये हवाई मार्गदर्शन भी प्रदान करते हैं। कभी खुली आग और मोमबत्तियों से रोशन होने वाले ये लाइटहाउस अब बिजली या तेल से चलने वाले लैंप से जगमगाते हैं। हालाँकि, लाइटहाउस की संख्या घट रही है। इनका रखरखाव महंगा है और आधुनिक विद्युत नेविगेशन प्रणालियाँ इनकी जगह ले रही हैं।

बैंगनी हृदय दिवस

7 अगस्त को पर्पल हार्ट दिवस, सैन्य योग्यता के लिए सबसे पुराने अमेरिकी सैन्य सम्मान की स्थापना का स्मरण करता है। पर्पल हार्ट, मिलिट्री ऑर्डर ऑफ़ द पर्पल हार्ट के सदस्य पुरुषों और महिलाओं को सम्मानित करता है। अमेरिकी क्रांतिकारी युद्ध के दौरान, सैन्य योग्यता के लिए बैज से छह प्रसिद्ध सैनिकों को सम्मानित किया गया था। जनरल जॉर्ज वाशिंगटन ने 1782 में "बैज ऑफ मेरिट" की रचना की थी। वाशिंगटन का उद्देश्य था कि यह सम्मान सैनिकों को "किसी भी विशिष्ट सराहनीय कार्य" के लिए दिया जाए। इसके डिज़ाइन में बैंगनी रंग का, दिल के आकार का रेशम का टुकड़ा शामिल था, जिस पर चाँदी की एक पतली धार बंधी थी। इसके पूरे भाग पर "मेरिट" शब्द चाँदी की कढ़ाई से उकेरा गया था। हालाँकि यह बैज एक अमेरिकी देशभक्त के साहस और समर्पण का प्रतीक था, लेकिन किसी को नहीं पता कि इस पुरस्कार को किसने डिज़ाइन किया था। वाशिंगटन की 200वीं जयंती तक, पर्पल हार्ट पदक क्रांतिकारी युद्ध के एक फुटनोट के रूप में बना रहा। जनरल डगलस मैकआर्थर के प्रयासों से, अमेरिकी युद्ध विभाग ने ऑर्डर ऑफ़ द पर्पल हार्ट की स्थापना की। आज इस पदक पर जॉर्ज वाशिंगटन की एक प्रतिमा और उनका राजचिह्न अंकित है। 1932 से, अमेरिकी लोग वाशिंगटन के जन्मदिन और वैलेंटाइन डे, दोनों पर पर्पल हार्ट डे मनाते आ रहे हैं। कुछ राज्यों और शहरों ने साल भर अलग-अलग समय पर इस दिन को अपने तरीके से मनाया। हर घोषणापत्र में नागरिकों को एक बैंगनी रंग का वायलिन खरीदकर घायल सैनिकों की मदद करने के लिए प्रोत्साहित किया गया।

राष्ट्रीय अवसर दिवस 

राष्ट्रीय अवसर दिवस पारंपरिक मार्ग से परे सभी संभावित अवसरों पर प्रकाश डालने के लिए समर्पित एक दिन है। हम छात्रों को वैकल्पिक विकल्पों को अपनाने के लिए प्रेरित और सशक्त बनाने की आशा करते हैं जो उन्हें एक संपूर्ण और सफल भविष्य की ओर ले जा सकते हैं।

मंगलवार, 5 अगस्त 2025

6 अगस्त


6 अगस्त 

हिरोशिमा दिवस 

हिरोशिमा दिवस 1945 में हिरोशिमा पर हुए परमाणु बम हमले की याद के दिन के रूप में तथा परमाणु बम के शिकार लोगों की पहचान के रूप में मनाया जाता है, ताकि वैश्विक परमाणु निशस्रीकरण की आवश्यकता को दोहराया जा सके। द्वितीय विश्व युद्ध के समापन के दौरान, 6 अगस्त, 1945 को जापानी शहर हिरोशिमा पर परमाणु बम गिराया गया था। 6 अगस्त की सुबह, अमेरिकी बी-29 बमवर्षक “एनोला गे” ने हिरोशिमा पर परमाणु बम “लिटिल बॉय” गिराया, जिससे लगभग 1,30,000 लोग तुरंत मारे गए, और उस वर्ष के अंत तक चोटों और विकिरण बीमारी से धीरे-धीरे मरने वालों की संख्या 1,40,000 के करीब पहुँच गई। शहर लगभग पूरी तरह से तबाह हो गया और बचे हुए लोगों, जिन्हें हिबाकुशा के नाम से जाना जाता है, को दीर्घकालिक स्वास्थ्य प्रभाव, सामाजिक कलंक और मनोवैज्ञानिक आघात सहना पड़ा। हीरोशिमा दिवस को विश्वभर में सभी पीड़ितों की स्मृति और परमाणु युद्ध के विनाशकारी परिणामों पर चिंतन के दिन के रूप में मान्यता प्राप्त है। स्मारक समारोह, मौन प्रार्थनाएं, और लालटेन प्रवाह समारोह विश्वभर में आयोजित किए जाते हैं, जो हमेशा परमाणु निशस्रीकरण और विश्व शांति के आह्वान के साथ मनाये जाते हैं; यह मानवता के उस संकल्प का प्रतीक है कि ऐसे दुखदायी घटनाक्रम फिर कभी न हों।

जमैका का स्वतंत्रता दिवस 

जमैका का स्वतंत्रता दिवस जमैका में मनाया जाने वाला एक राष्ट्रीय अवकाश है । यह अवकाश ऐसी ही एक घटना की याद में मनाया जाता है, और जमैका में मनाए जाने वाले सबसे वरिष्ठ सार्वजनिक अवकाशों में से एक है। ब्रिटिश नियंत्रण में 300 से अधिक वर्षों के बाद, जमैका कॉलोनी ने 6 अगस्त 1962 को यूनाइटेड किंगडम से अपनी स्वतंत्रता प्राप्त की । 20 वीं सदी के पूर्वार्ध में जमैका में अश्वेत राष्ट्रवाद को विशेष रूप से बढ़ावा दिया गया था, देश में सबसे उल्लेखनीय अश्वेत नेता मार्कस गर्वे थे , जो एक श्रमिक नेता और बैक-टू-अफ्रीका आंदोलन के समर्थक थे , जिसने अफ्रीकी मूल के सभी लोगों से अपने पूर्वजों की मातृभूमि में लौटने का आह्वान किया था। 

 ताज़ा साँस दिवस (फ्रेश ब्रेथ दिवस)

6 अगस्त को प्रतिवर्ष यह दिवस मौखिक स्वच्छता और उसके महत्व को समझने का आह्वान करता है। दंत चिकित्सक और मुख देखभाल विशेषज्ञ, दुर्गंधयुक्त साँसों से लड़ने के लिए समर्पित इस दिन की सराहना करते हैं। मौखिक स्वच्छता और उससे जुड़ी ताज़ी साँसें स्वस्थ, दैनिक आदतों का हिस्सा हैं। समय के साथ, दांतों की खराब देखभाल मुँह से दुर्गंध का कारण बन सकती है। बेशक, हम जो खाते हैं, वह भी दुर्गंध का कारण बनता है। हालाँकि, दुर्गंध किसी स्वास्थ्य समस्या का लक्षण या किसी दवा का दुष्प्रभाव भी हो सकती है।

सोमवार, 4 अगस्त 2025

5 अगस्त


5 अगस्त 

अंतरराष्ट्रीय ट्रैफिक लाइट दिवस

अंतरराष्ट्रीय ट्रैफिक लाइट दिवस हर वर्ष 5 अगस्त को मनाया जाता है। यह दिन सड़क सुरक्षा और ट्रैफिक नियमों के प्रति लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए महत्वपूर्ण है। विश्व की पहली ट्रैफिक लाइट 5 अगस्त 1914 को अमेरिका के क्लीवलैंड शहर में लगाई गई थी। तब से लेकर आज तक ट्रैफिक लाइट्स ने सड़कों पर यातायात को सुरक्षित और नियंत्रित बनाने में अहम भूमिका निभाई है। लाल, पीली और हरी रोशनी वाले संकेत आज हर देश में देखे जाते हैं और ये अनुशासन और संयम का प्रतीक बन चुके हैं। इस दिन पर स्कूलों, कॉलेजों और ट्रैफिक विभागों द्वारा जागरूकता रैली, सेमिनार और पेंटिंग प्रतियोगिताएं आयोजित की जाती हैं।


ब्लॉगर डे

ब्लॉगर डे हर साल 5 अगस्त को उन सभी लेखकों और कंटेंट क्रिएटर्स को सम्मान देने के लिए मनाया जाता है जो ब्लॉगिंग के माध्यम से अपने विचार, अनुभव और जानकारी दुनिया तक पहुंचाते हैं। ब्लॉगिंग न केवल एक शौक है, बल्कि आज के डिजिटल युग में यह अभिव्यक्ति का प्रभावशाली माध्यम बन चुका है। इस दिन पर ब्लॉगर्स को उनके योगदान के लिए सराहा जाता है और नए लेखकों को प्रोत्साहित किया जाता है कि वे भी इस क्षेत्र में कदम रखें। ब्लॉगर डे एक प्रेरणादायक अवसर है जो हमें रचनात्मकता, स्वतंत्र सोच और डिजिटल अभिव्यक्ति के महत्व को याद दिलाता है। ब्लॉगर दिवस प्रत्येक वर्ष 5 अगस्त को मनाया जाता है। ब्लॉगर, एक अमेरिकी ऑनलाइन सामग्री प्रबंधन प्रणाली है, जो 23 अगस्त, 1999 को पायरा लैब्स द्वारा स्थापित की गई थी, जिसके बाद इसे 2003 में Google द्वारा अधिग्रहित कर लिया गया था। ब्लॉगर दिवस ब्लॉगिंग की दुनिया को मनाने और बढ़ावा देने के लिए समर्पित एक कार्यक्रम है। इस आयोजन का उद्देश्य ब्लॉगर्स के लिए नेटवर्क बनाने, सहयोग करने और एक दूसरे से सीखने के लिए एक मंच तैयार करना है।

राम मंदिर आधारशिला दिवस 

5 अगस्त, वही तारीख है जब हिंदुओं के आराध्य भगवान राम के मंदिर की नींव रखी गई थी. राम मंदिर के लिए लगभग 500 साल का लगातार संघर्ष चला. 5 अगस्त 2020 को पीएम मोदी द्वारा अयोध्या में राम मंदिर की आधारशिला रखी गई थी. यह दिन 5 अगस्त 2020 को इतिहास के पन्नों में तर्ज हो गया था. 4 साल से अयोध्या में भव्य मंदिर का निर्माण युद्धस्तर पर चल रहा है. रामलला भव्य मंदिर में 22 जनवरी को विराजमान हो चुके हैं. राम मंदिर ट्रस्ट इस ऐतिहासिक दिन को बेहद खास तरीके से मना रहा है. राम मंदिर का भूमि पूजन अभिजीत मुहूर्त में हुआ था. 5 अगस्त 2020 को भूमि पूजन कार्यक्रम का आरंभ धनिष्ठा नक्षत्र में और समापन शतभिषा नक्षत्र में हुआ था. गौरतलब है कि अभिजीत मुहूर्त में भगवान राम का जन्म हुआ था और इसी मुहूर्त में उन्ही के मंदिर के निर्माण की पूजा भी हुई थी. रामचरित मानस में प्रभु राम के जन्म और मुहुर्त के बारे में लिखा है “नवमी तिथि मधुमास पुनीता शुक्ल पक्ष अभिजित हरिप्रीता’। उल्लेखनीय है कि 9 नवंबर, 2019 को सुप्रीम कोर्ट ने राम मंदिर निर्माण के पक्ष में एक ऐतिहासिक फैसला सुनाया था। राम मंदिर का इतिहास 1 या 2 साल का नहीं ब्लकि 492 साल पुराना है। अयोध्या जमीन विवाद को सुलझाने के लिए कई नेता आए और गए, लेकिन मोदी सरकार की सत्ता में ही यह ममुकिन हो सका कि देश के सबसे लंबे चलने वाले केस पर सुप्रीम कोर्ट ने ऐतिहासिक फैसला सुना डाला। 5 जजों की संवैधानिक बेंच ने राम मंदिर के पक्ष में फैसला सुनाया।

370 निरस्तीकरण दिवस 

5 अगस्त भारत के लिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि 2019 में इसी दिन अनुच्छेद 370 को निरस्त किया गया था। इस निरस्तीकरण के साथ ही जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा और राज्य का दर्जा छीन लिया गया और उसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में विभाजित कर दिया गया। अमित शाह ने 5 अगस्त, 2019 को सदन में ऐलान किया था कि धारा 370 को भारत के राष्ट्रपति की सिफारिश पर जिस दिन से यह गजट प्रकाशित किया जाएगा उस दिन से अनुच्छेद 370 के कोई भी खंड राज्य में लागू नहीं होगा। शाह ने इसी के साथ अपनी दूसरी घोषणा करते हुए कहा था कि जम्मू-कश्मीर एक अलग केंद्र शासित प्रदेश बनेगा और लद्दाख को अलग केंद्र शासित प्रदेश बनाया जाएगा। शाह की इन दो घोषणा से राज्यसभा में हंगामा मच गया था।अमित शाह ने कहा, 'कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है, कश्मीर मामले पर संसद ही सर्वोच्च है। कश्मीर को लेकर नियम कानून और संविधान में बदलाव से कोई नहीं रोक सकता। रही बात कश्मीर की तो जब मैं जम्मू कश्मीर कहता हूं तो उसमें पाक अधिकृत कश्मीर और अक्साई चीन भी शामिल है। भारत का हिस्सा है। धारा 370 के मुताबिक, भारत की संसद को जम्मू कश्मीर के लिए रक्षा, विदेश मामले और संचार के विषय में कानून बनाने का अधिकार चाहिए होता था। इसके अलावा किसी अन्य मुद्दे पर कोई कानून लागू करवाने के लिए केंद्र सरकार को राज्य सरकार का अनुमोदन चाहिए होता था।


अंडरवियर दिवस

राष्ट्रीय अंडरवियर दिवस 5 अगस्त को पड़ता है और यह आपको अपने पसंदीदा अंडरगारमेंट्स पहनने का मौका देता है। बॉक्सर। ब्रीफ। पैंटी। टाइट-व्हाइट। आप इन्हें चाहे जो भी कहें, हमारे अंडरगारमेंट्स आपको आराम की एक परत देते हैं। फ्रेशपेयर ने  5 अगस्त 2003 को राष्ट्रीय अंडरवियर दिवस की स्थापना की। अंडरवियर कपड़ों की वह परत होती है जो शरीर के सबसे करीब और बाहरी कपड़ों के नीचे पहनी जाती है। यह कपड़ों को पसीने से बचाती है। अंडरवियर पहनने वाले को ठंड और घर्षण से भी बचाता है। अंडरवियर का एक अन्य लाभ सहारा देना और शरीर को आकार देना है।

रविवार, 3 अगस्त 2025

4 अगस्त


4 अगस्त 

राष्ट्रीय अस्थि एवं जोड़ दिवस 

2012 से मनाया जाने वाला यह दिन हड्डियों और जोड़ों को स्वस्थ रखने के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाता है। यह नियमित व्यायाम, संतुलित आहार और हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक आदतों, जैसे धूम्रपान और अत्यधिक शराब के सेवन से बचने सहित स्वस्थ जीवनशैली अपनाने पर ज़ोर देता है। 4 अगस्त 2012 को, भारतीय अस्थि रोग संघ ने इस दिन को राष्ट्रीय अस्थि एवं जोड़ दिवस के रूप में मनाने का निर्णय लिया। इस दिवस को मनाने का उद्देश्य लोगों में हड्डियों के स्वास्थ्य के बारे में जागरूकता पैदा करना और हड्डियों एवं जोड़ों की समस्याओं की किफायती रोकथाम और उपचार को बढ़ावा देना है। हड्डियाँ और जोड़ हमारे शरीर की संरचना को सहारा देने और लोगों को स्वतंत्र रूप से चलने-फिरने में मदद करने में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। ये महत्वपूर्ण अंगों को स्थिरता और सुरक्षा प्रदान करने और विभिन्न गतिविधियों को सुगम बनाने के लिए ज़िम्मेदार हैं। बदलती जीवनशैली, खान-पान की आदतों और हड्डियों व जोड़ों के प्रति जागरूकता को ध्यान में रखना बेहद ज़रूरी है। स्वस्थ हड्डियों और जोड़ों को बनाए रखने के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाकर, यह दिन लोगों को स्वस्थ जीवनशैली अपनाने के लिए प्रोत्साहित करता है, जिसमें नियमित व्यायाम, संतुलित आहार और हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए हानिकारक आदतों, जैसे धूम्रपान और अत्यधिक शराब का सेवन, से बचना शामिल है।


अमेरिकी तटरक्षक दिवस

हर साल 4 अगस्त को अमेरिकी तटरक्षक दिवस मनाया जाता है, जो 4 अगस्त 1790 को ट्रेजरी सचिव अलेक्जेंडर हैमिल्टन द्वारा रेवेन्यू मरीन की स्थापना के सम्मान में मनाया जाता है। तटरक्षक बल अपनी स्थापना के बाद से ही लगातार समुद्र में काम करता रहा है, हालांकि इसका नाम 1915 तक सामने नहीं आया था, क्योंकि तब तक राजस्व कटर सेवा और जीवन रक्षक सेवा को मिला दिया गया था। बाद में, 177 वर्षों तक ट्रेजरी विभाग के अधीन सेवा देने के बाद, 1967 में तटरक्षक बल को नवगठित परिवहन विभाग में स्थानांतरित कर दिया गया, जिसमें लाइटहाउस सेवा (1939) और नेविगेशन एवं स्टीमबोट निरीक्षण ब्यूरो (1949) भी शामिल थे। अमेरिकी राष्ट्रपति वुडरो विल्सन द्वारा 28 जनवरी, 1915 को हस्ताक्षरित कांग्रेस के कानून ने अमेरिकी तटरक्षक बल को उसका वर्तमान नाम दिया।

अंतर्राष्ट्रीय धूमिल/ बादल तेंदुआ दिवस

4 अगस्त को, अंतर्राष्ट्रीय धूमिल तेंदुआ दिवस धूमिल तेंदुओं की दुर्दशा के बारे में जागरूकता बढ़ाता है। जंगल में और कैद में, धूमिल तेंदुओं को अपनी वर्तमान जनसंख्या को बनाए रखने और बढ़ने के लिए हमारी मदद की ज़रूरत है। हॉलेट्स वाइल्ड एनिमल पार्क ने क्लाउडेड लेपर्ड के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए 2018 में अंतर्राष्ट्रीय क्लाउडेड लेपर्ड दिवस की स्थापना की। यह संगठन दुनिया भर में लुप्तप्राय प्रजातियों के संरक्षण और संवर्धन का अध्ययन और समर्थन करता है।क्लाउडेड लेपर्ड बड़ी बिल्लियों की एक छोटी श्रेणी में आते हैं, लेकिन उनका कम गुरुत्वाकर्षण केंद्र उन्हें बेहतरीन पर्वतारोही बनाता है। हालाँकि, अपने नाम के बावजूद, वे तेंदुआ नहीं हैं। वे बिल्लियों की एक अलग और प्राचीन प्रजाति हैं।

वाणिज्य दिवस

वाणिज्य दिवस हर अगस्त के पहले सोमवार को मनाया जाता है । आइसलैंडवासी इस छुट्टी को बहुत पसंद करते हैं और बड़े उत्साह से इसका इंतज़ार करते हैं। हालाँकि इसकी शुरुआत ब्लू-कॉलर कर्मचारियों के लिए एक सार्वजनिक अवकाश के रूप में हुई थी, लेकिन जल्द ही यह देश और अन्य यूरोपीय देशों के अन्य कर्मचारियों में भी लोकप्रिय हो गया। 1931 में, आइसलैंडवासियों ने अगस्त के पहले सोमवार को वाणिज्य दिवस मनाने का फैसला किया। चूँकि यह सोमवार को पड़ता है, इसलिए वाणिज्य दिवस आइसलैंड में एक लंबी सप्ताहांत छुट्टी बन गया, और स्थानीय लोगों ने इसका भरपूर लाभ उठाया। ऐसा अक्सर नहीं होता कि मौसम गर्म और धूप वाला हो; इसलिए, इसमें कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि यह छुट्टी मज़दूरों के बीच तेज़ी से लोकप्रिय हो गई। यह गर्मियों का एक उपयुक्त अंत था, इससे पहले कि सभी को काम पर या स्कूल वापस जाना पड़े। इस दिन सभी के लिए छुट्टी लेना भी उचित था, क्योंकि निर्माता और आपूर्तिकर्ता पुर्जों और श्रम के लिए एक-दूसरे पर निर्भर होते हैं। वाणिज्य दिवस कर्मचारियों की दैनिक सेवाओं और त्याग का जश्न मनाने का दिन है। यह सभी के लिए छुट्टी का दिन भी है। राष्ट्रीय स्टॉक एक्सचेंज, वाणिज्य दिवस पर अपना सामान्य कामकाज बंद रखता है, और अधिकांश बड़े और छोटे व्यवसाय भी ऐसा ही करते हैं।

कडूमेंट दिवस

बारबाडोस में अगस्त के पहले सोमवार को मनाया जाने वाला कडूमेंट दिवस, बारबाडोस के सभी त्योहारों में सबसे जीवंत उत्सव है। यह छह हफ़्तों तक चलने वाले क्रॉप ओवर फेस्टिवल समारोह का समापन करता है। इस दिन, स्थानीय लोग आकर्षक कपड़े और वेशभूषा पहनते हैं, खूब रम पीते हैं और कैरिबियन में बेहद लोकप्रिय सम्मोहक कैलिप्सो संगीत पर नृत्य करते हैं। यह जीवन, स्वतंत्रता और प्राचीन इतिहास का उत्सव है। भव्य परेड इसका सबसे बड़ा आकर्षण है - एक दिखावटी, रंगारंग समारोह और हफ़्तों तक चलने वाली लगातार पार्टियों का एक शानदार अंत। कदूमेंट' एक बाजन मुहावरा है जिसका अर्थ है 'बड़ी पार्टी'। यह त्यौहार सदियों पुराना है, जिसकी शुरुआत गुलामी के समय से होती है। 1700 के दशक में दास श्रम के कारण बारबाडोस सबसे बड़े गन्ना उत्पादकों में से एक था। 18वीं शताब्दी के अंत में गन्ने की फसल की सफल कटाई का जश्न मनाने के लिए कदूमेंट दिवस और क्रॉप ओवर दिवस की शुरुआत हुई। 

अंतर्राष्ट्रीय बीयर दिवस 

अंतर्राष्ट्रीय बीयर दिवस हमेशा अगस्त के पहले शुक्रवार को मनाया जाता है। उस दिन, दुनिया भर के 200 से ज़्यादा शहरों में बीयर और उससे जुड़ी संस्कृति का एक विश्वव्यापी उत्सव मनाया जाता है, जहाँ इसे बैकयार्ड, बार और ब्रुअरीज में प्रदर्शित किया जाता है। यह आपकी पसंदीदा बीयर का जश्न मनाने, नई बीयर आज़माने, वैश्विक स्तर पर बीयर के बारे में जानने और इस लोकप्रिय पेय के ब्रुअर्स, बारटेंडर्स और अन्य विक्रेताओं को धन्यवाद और सराहना देने का एक अवसर है। अंतर्राष्ट्रीय बीयर दिवस की शुरुआत 2007 में सांता क्रूज़, कैलिफ़ोर्निया में बीयर प्रेमी जेसी अवशालोमोव ने दोस्तों और समुदाय के साथ इस पेय के एक छोटे से उत्सव के रूप में की थी। एक साल के भीतर ही यह व्यापक रूप से फैल गया, पहला व्यापक उत्सव 2008 में हुआ और तब से फल-फूल रहा है। अब यह दुनिया भर के 200 से ज़्यादा शहरों में कार्यक्रमों, प्रचारों, नई बीयर रिलीज़, प्रदर्शनों और चखने के साथ मनाया जाता है, और यह गर्मियों के अंत में सबसे लोकप्रिय  खाद्य उत्सवों में से एक है ।

शनिवार, 2 अगस्त 2025

3 अगस्त


3 अगस्त 

राष्ट्रीय अंगदान दिवस 

भारत में राष्ट्रीय अंगदान दिवस प्रतिवर्ष 3 अगस्त को मनाया जाता है। यह एक महत्वपूर्ण अवसर है जो अंगदान की जीवन-रक्षक क्षमता के बारे में जागरूकता बढ़ाने और दाताओं व उनके परिवारों की उदारता को मान्यता देने के लिए समर्पित है। यह दिन अंगदाताओं की महत्वपूर्ण आवश्यकता और उनके एक निर्णय से होने वाले बड़े बदलाव की याद दिलाता है। भारतीय अंगदान दिवस हर साल 3 अगस्त को मनाया जाता है, जो 3 अगस्त, 1994 को भारत में हुए पहले सफल मृतक-दाता हृदय प्रत्यारोपण की याद में मनाया जाता है। पहले यह दिवस 27 नवंबर को मनाया जाता था। इस ऐतिहासिक घटना ने भारत में अंग प्रत्यारोपण के एक नए युग की शुरुआत की और अंगदान की जीवन-रक्षक क्षमता की एक सशक्त याद दिलाता है। इस उपलब्धि का सम्मान करने और अधिक लोगों को अंगदान के लिए प्रोत्साहित करने के लिए इस तिथि को चुना गया था, ताकि अंगदान के माध्यम से जीवन बचाने की परंपरा को जारी रखा जा सके। राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (NOTTO) के अनुसार, एक अंगदाता आठ लोगों की जान बचा सकता है, जिससे अंग विफलता से पीड़ित लोगों को आशा की किरण मिलती है। सरकार ने अंगदान और वितरण को सुव्यवस्थित करने के लिए NOTTO की स्थापना की। इसमें दाताओं और प्राप्तकर्ताओं का एक राष्ट्रीय रजिस्टर बनाए रखना शामिल है। वहीं विश्व अंगदान दिवस हर साल 13 अगस्त को विश्व स्तर पर अंगदान के महत्व के बारे में जागरूकता बढ़ाने और लोगों को अंगदान से जुड़ी भ्रांतियों से अवगत कराने के लिए मनाया जाता है।


जॉर्जिया दिवस

इस दिन जॉर्जिया अमेरिकी संघ में शामिल होने वाला 13वाँ उपनिवेश और चौथा राज्य था। जॉर्जिया के संस्थापक, जेम्स ओगलथोर्प ने कॉलोनी की पहली राजधानी सवाना बसाई। जॉर्जिया की चार और राजधानियाँ बनीं: ऑगस्टा, लुइसविले, मिल्डगेविले और अंत में अटलांटा। जॉर्जिया की स्थापना शुरू में दक्षिण कैरोलिना की दक्षिणी सीमा और फ्लोरिडा में बसे स्पेनिश लोगों के बीच एक किलेबंदी के रूप में हुई थी, शायद जॉर्जिया ने अपनी नियति को स्वीकार कर लिया।


तरबूज दिवस

3 अगस्त को तरबूज दिवस, पिकनिक और मेलों में मिलने वाले ताज़गी भरे गर्मियों के स्वाद को दर्शाता है! और चूँकि तरबूज में 92% पानी होता है, इसलिए गर्मी में यह बहुत तृप्तिदायक होता है। तरबूज़ को मोटे तौर पर खरबूजे का ही एक प्रकार माना जाता है, लेकिन अन्य खरबूज़ों के विपरीत, यह क्यूकुमिस वंश का नहीं है। इसके चिकने बाहरी भाग पर आमतौर पर गहरे हरे रंग का छिलका होता है जिस पर धारियाँ या पीले धब्बे होते हैं। तरबूज़ का अंदर का गूदा रसीला और मीठा होता है जिसका रंग गहरे लाल से लेकर गुलाबी तक होता है। हालाँकि, कभी-कभी यह नारंगी, पीले या सफेद रंग का भी होता है। 

नट्स दिवस

साल भर में कई "नट्स" दिवस होते हैं, जैसे राष्ट्रीय बादाम दिवस, राष्ट्रीय पिस्ता दिवस और राष्ट्रीय पेकान दिवस, लेकिन 3 अगस्त इन सभी को समेटे हुए है। यह राष्ट्रीय नट्स दिवस है! इन छोटे-छोटे भरपूर नगेट्स में लाभकारी पोषक तत्व होते हैं, ये लंबे समय तक चलते हैं और इन्हें आसानी से कहीं भी ले जाया जा सकता है। ये स्नैक्स और मिठाइयों के साथ-साथ संतोषजनक भोजन में भी एक अच्छा क्रंच जोड़ते हैं। नेशनल ग्रैब सम नट्स डे थोड़ा अजीब लग सकता है, लेकिन फिर भी, यह साल का सही समय है। कुछ या बहुत सारे नट्स खाएँ!

शुक्रवार, 1 अगस्त 2025

2 अगस्त


2 अगस्त 

राष्ट्रीय सीएडी दिवस (National CAD Day)


हर साल 2 अगस्त को नेशनल सीएडी डे मनाया जाता है, जो कंप्यूटर एडेड डिज़ाइन (CAD) तकनीक और इससे जुड़े डिज़ाइन पेशेवरों को समर्पित है। CAD सॉफ्टवेयर ने आधुनिक युग में डिज़ाइन, आर्किटेक्चर, इंजीनियरिंग और मैन्युफैक्चरिंग को पूरी तरह से बदल दिया है। इसकी मदद से जटिल डिज़ाइन पहले से कहीं अधिक सटीक, तेज़ और कम समय में बनाए जा सकते हैं। CAD का इतिहास 1960 के दशक से शुरू हुआ, जब Ivan Sutherland ने पहला ग्राफिकल इंटरफेस आधारित टूल Sketchpad विकसित किया। यह तकनीक आज ऑटोमोबाइल, एयरोस्पेस, कंस्ट्रक्शन, गेमिंग, फैशन और सिनेमा जैसे क्षेत्रों में उपयोग की जा रही है।

रंग भरने की पुस्तक दिवस

राष्ट्रीय रंग भरने की पुस्तक दिवस (National Coloring Book Day) हर साल 2 अगस्त को मनाया जाता है। इस दिन का उद्देश्य रचनात्मकता को प्रोत्साहित करना और बच्चों व बड़ों को रंगों की दुनिया में शामिल करना है। इसकी शुरुआत Dover Publications द्वारा वर्ष 2015 में की गई थी, जो रंग भरने की किताबें प्रकाशित करने वाली प्रमुख कंपनी है। 1941 में स्थापित, डोवर पब्लिकेशन्स इस दिशा में अग्रणी है। डोवर ने 1970 में वयस्कों के लिए अपनी पहली रंग पुस्तक, एंटीक ऑटोमोबाइल्स कलरिंग बुक , प्रकाशित की। डोवर अब क्रिएटिव हेवन® प्रकाशित करता है, जो विशेष रूप से वयस्क रंगकर्मियों के लिए डिज़ाइन की गई रंग पुस्तकों की एक लोकप्रिय श्रृंखला है।


आइसक्रीम सैंडविच दिवस

अमेरिका में हर साल 2 अगस्त को मनाया जाने वाला राष्ट्रीय आइसक्रीम सैंडविच दिवस हमारी पसंदीदा गर्मियों की याद दिलाता है। यह वाकई एक साधारण सी चीज़ है, लेकिन वाह, क्या स्वादिष्ट है! हमारे अमेरिकी संस्करण में, चॉकलेट या ओटमील से बनी दो आयताकार या गोलाकार चपटी कुकीज़ लें और उन्हें अपनी पसंदीदा आइसक्रीम के स्वाद के साथ मिलाएँ। फिर, इसे एक छोटे से सैंडविच में बदल दें। मीठी, बर्फीली मलाई और कभी-कभी चॉकलेट के स्वाद से बेहतर कुछ नहीं हो सकता, ये सब एक ही बेहद स्वादिष्ट मिठाई में! दुनिया भर के कई देशों में आइसक्रीम सैंडविच का अपना-अपना अंदाज़ है। वियतनाम में, रेहड़ी-पटरी वाले ब्रेड की दो परतों के बीच आइसक्रीम भरकर बेचते हैं। ईरान में, पिस्ता या गुलाब के स्वाद वाली आइसक्रीम को दो पतले वेफर्स के बीच सैंडविच किया जाता है। असली आइसक्रीम सैंडविच 1900 में न्यूयॉर्क के बोवेरी इलाके में एक ठेलागाड़ी से मात्र एक पैसे में बिका था। देश भर के अखबारों में छपे लेखों में विक्रेता का नाम कभी नहीं बताया गया। हालाँकि, दूध के बिस्कुटों के बीच सैंडविच की गई आइसक्रीम बहुत लोकप्रिय हो गई। जल्द ही, गर्मियों के महीनों में शहर और देश भर में ये पोर्टेबल ट्रीट बेचने वाले ठेलागाड़ियाँ दिखाई देने लगीं। शुरुआती तस्वीरों में अटलांटिक सिटी के समुद्र तट पर जाने वालों को एक-एक आइसक्रीम सैंडविच 1¢ में मिलते हुए दिखाया गया है। 

सरसों दिवस 

राष्ट्रीय सरसों दिवस प्रतिवर्ष अगस्त माह के पहले शनिवार को मनाया जाता है। राष्ट्रीय सरसों संग्रहालय ने इस त्यौहार की शुरुआत की थी और अगस्त के हर पहले शनिवार को यह दिन मनाया जाता है। इस खास दिन संग्रहालय आने वाले मेहमान कई तरह के खेलों में हिस्सा ले सकते हैं और यहाँ तक कि मुफ़्त में हॉट डॉग और सरसों का नमूना भी ले सकते हैं। बेशक, आपको मज़े करने के लिए संग्रहालय जाने की ज़रूरत नहीं है। ज़्यादा से ज़्यादा सरसों ज़रूर आज़माएँ: मानक पीली अमेरिकी शैली, फ़्रांसीसी डिजॉन सरसों, बवेरियन मीठी सरसों और तीखी, बीयर सरसों! यह दिन 1988 में शुरू हुआ था और 1991 में राष्ट्रीय सरसों संग्रहालय द्वारा अपनाया गया था। संग्रहालय का कहना है कि यह दिन "दुनिया के सबसे लोकप्रिय मसालों में से एक का जश्न मनाने और सम्मान करने" के लिए है। विस्कॉन्सिन के मिडलटाउन में स्थित मस्टर्ड म्यूजियम में सरसों और सरसों से बनी वस्तुओं का विश्व में सबसे बड़ा संग्रह है। इस संग्रहालय की शुरुआत 1992 में हुई थी जब संस्थापक ने इसे खोला था और यह राज्य के सबसे लोकप्रिय आकर्षणों में से एक बन गया। दरअसल, इसे ओपरा विन्फ्रे, जेपार्डी और अनगिनत अन्य टेलीविजन शो में दिखाया जा चुका है।

राष्ट्रीय पूर्व-प्रेमिका दिवस

हर साल 2 अगस्त को , दुनिया भर में लोग राष्ट्रीय पूर्व-प्रेमिका दिवस मनाते हैं। यह एक नया त्योहार है, लेकिन इसकी लोकप्रियता बढ़ती जा रही है। यह लोगों को पिछले रिश्तों पर विचार करने, सीखे गए सबक की सराहना करने और शायद खुद के बारे में कुछ सीखने का मौका देता है। यह दिन 1 अगस्त को राष्ट्रीय गर्लफ्रेंड दिवस के तुरंत बाद आता है, और इसलिए संभवतः इसे उस उत्सव के प्रति किसी की प्रतिक्रिया के रूप में बनाया गया था।  राष्ट्रीय पूर्व-प्रेमिका दिवस पिछले रिश्तों पर चिंतन करने, उनसे सीखने और आगे बढ़ने का एक अनूठा अवसर प्रदान करता है। यह हमें अपने साझा अनुभवों के सकारात्मक पहलुओं को अपनाने, व्यक्तिगत विकास की सराहना करने और उन यात्राओं का सम्मान करने की याद दिलाता है जिन पर हम आगे बढ़े हैं। चाहे आत्म-चिंतन हो, सुलह हो या व्यक्तिगत कल्याण पर ध्यान केंद्रित करना हो, यह दिन लोगों को अपने पिछले रिश्तों के प्रति कृतज्ञता और सम्मान के साथ व्यवहार करने के लिए प्रोत्साहित करता है। ऐसा करने से भविष्य में अधिक स्वस्थ और संतुष्टिदायक संबंधों का मार्ग प्रशस्त होगा।

डायनासोर दिवस 

दुनिया में तीन दिन डायनासोर की उत्पत्ति का जश्न मनाते हैं, इन सभी की शुरुआत कैसे हुई यह अज्ञात है। इन सभी के शीर्षकों में सूक्ष्म अंतर है, लेकिन ये सभी इन "भयानक छिपकलियों" के बारे में हैं। मई माह का तीसरा मंगलवार अंतर्राष्ट्रीय डायनासोर दिवस है। 1 जून अमेरिका सहित कई देशों का राष्ट्रीय डायनासोर दिवस है। 2 अगस्त भी डायनासोर दिवस है। डायनासोर सरीसृपों का एक विविध समूह था जो लगभग 252 से 66 मिलियन वर्ष पूर्व मेसोज़ोइक युग के दौरान पृथ्वी पर विचरण करते थे। इस युग को तीन अवधियों में विभाजित किया गया है: ट्राइऐसिक, जुरासिक और क्रेटेशियस। डायनासोर पहली बार ट्राइऐसिक काल में प्रकट हुए और शीघ्र ही प्रमुख स्थलीय कशेरुकी बन गए।

अंतर्राष्ट्रीय बीयर दिवस (International Beer Day) 

यह अगस्त के पहले शुक्रवार को मनाया जाता है. यह दिन 2007 में सांता क्रूज़, कैलिफ़ोर्निया में शुरू हुआ था और इसका उद्देश्य बीयर का आनंद लेना और बीयर बनाने वालों को सम्मानित करना है. इस दिन का उद्देश्य बीयर के बारे में जागरूकता बढ़ाना और बीयर उद्योग में काम करने वाले लोगों को सम्मानित करना है. चूंकि दुनिया के कई हिस्सों में अगस्त का महीना गर्म होता है, इसलिए अगस्त के पहले शुक्रवार को चुना गया।

गुरुवार, 31 जुलाई 2025

1 अगस्त


1 अगस्त 

वर्ल्ड वाइड वेब डे

वर्ल्ड वाइड वेब डे प्रत्येक वर्ष 1 अगस्त को मनाया जाता है, जो इंटरनेट की उस अद्भुत तकनीक का उत्सव है जिसने पूरी दुनिया को जोड़ने का काम किया। वर्ल्ड वाइड वेब (WWW) की शुरुआत 1989 में टिम बर्नर्स-ली द्वारा की गई थी, और आज यह हमारे जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुका है। शिक्षा, व्यापार, संचार, मनोरंजन – हर क्षेत्र में इंटरनेट की भूमिका अत्यंत महत्वपूर्ण है।

पर्वतारोहण दिवस

राष्ट्रीय पर्वतारोहण दिवस हर वर्ष 1 अगस्त को मनाया जाता है। यह दिन उन साहसी पर्वतारोहियों को समर्पित है जो ऊँचे-ऊँचे पहाड़ों को फतह करके न सिर्फ खुद की सीमाओं को पार करते हैं, बल्कि दुनिया को साहस, धैर्य और मेहनत का संदेश भी देते हैं। पर्वतारोहण एक रोमांचक और चुनौतीपूर्ण गतिविधि है जो मानसिक और शारीरिक शक्ति दोनों की परीक्षा लेती है। यह दिवस विशेष रूप से बॉबी मैथ्यूस और उनके बेटे जोशुआ के सम्मान में मनाया जाता है, जिन्होंने 2005 में न्यूयॉर्क की एडिरोंडैक पर्वतमाला की सभी 46 चोटियों पर चढ़ाई पूरी की थी। पर्वतारोहण न केवल रोमांच से भरपूर होता है बल्कि प्रकृति से जुड़ने का भी एक अनोखा माध्यम है। इस दिन पर लोग पर्वतारोहण के प्रति जागरूकता फैलाते हैं और प्रकृति के संरक्षण का संकल्प लेते हैं। यह दिवस आत्मविश्वास, सहनशीलता और समर्पण का प्रतीक बन गया है। राष्ट्रीय पर्वतारोहण दिवस 2023 (National Mountain Climbing Day 2023) की नींव 2015 में मैथ्यूज और उसके दोस्त मैडिगन द्वारा एडिरोंडैक पर्वत की अंतिम चोटी पर चढ़ने के बाद रखी गई थी। यह दिन भारत के प्रमुख पर्वतारोहण संगठन भारतीय पर्वतारोहण संघ (Indian Mountaineering Foundation, IMF) द्वारा प्रस्तावित किया गया था। इस दिन का उद्देश्य पर्वतारोहण के माध्यम से साहस, संगठन और एकता को प्रेरणा प्रदान करना है। 
https://hindicurrentaffairs.adda247.com/national-mountain-climbing-day-2024/

स्विस राष्ट्रीय दिवस

1291 में स्विस परिसंघ की स्थापना 1891 से, पहली अगस्त को स्विस राष्ट्रीय दिवस के रूप में मनाया जाता रहा है। यह तिथि 1291 में उरी, श्विज़ और उंटरवाल्डेन के तीन कैंटनों द्वारा संपन्न एक ऐतिहासिक गठबंधन को दर्शाती है। यह गठबंधन अगले 500 वर्षों तक आज के स्विट्जरलैंड के निर्माण का केंद्र बिंदु बना। इन तीनों कैंटनों के लोगों ने "अगस्त 1291 के महीने की शुरुआत में" एक-दूसरे के प्रति शाश्वत निष्ठा की शपथ ली और परस्पर सहायता का वादा किया। यह गठबंधन मुख्यतः हैब्सबर्गों के विरुद्ध बनाया गया था, जो उस समय गोथर्ड दर्रे तक जाने वाले रणनीतिक क्षेत्र में अपनी स्थिति मज़बूत करने का प्रयास कर रहे थे। 1 अगस्त का दिन विशेष रूप से समुदायों के भीतर ही मनाया जाता है; स्विस परिसंघ के राष्ट्रपति द्वारा रेडियो या टेलीविज़न पर प्रसारित प्रसारण इस प्रतिष्ठित संघीय सिद्धांत का एकमात्र अपवाद है। सामुदायिक समारोहों में राजनीतिक या सांस्कृतिक जीवन से जुड़े किसी प्रमुख व्यक्ति द्वारा कहे गए गंभीर शब्द, संगीत कार्यक्रम या गायन मंडली, व्यायाम प्रस्तुतियाँ और समुदाय द्वारा राष्ट्रगान का गायन शामिल होता है।

विश्व फेफड़े का कैंसर दिवस

1 अगस्त को विश्व फेफड़े का कैंसर दिवस मनाया जाता है। यह दिन फेफड़े के कैंसर के बारे में जागरूकता बढ़ाने, इसके प्रभाव और रोकथाम, शीघ्र पता लगाने और उन्नत उपचार के महत्व पर प्रकाश डालने के लिए समर्पित है। यह दिन फेफड़े के कैंसर से प्रभावित लोगों को याद करने, उनका जश्न मनाने और उनका समर्थन करने के लिए भी मनाया जाता है। 2012 में अपनी स्थापना के बाद से, विश्व फेफड़े के कैंसर दिवस को हर साल 1 अगस्त को फेफड़े के कैंसर के मुद्दों के बारे में जागरूकता बढ़ाने और फेफड़े के कैंसर अनुसंधान के लिए अधिक धन की आवश्यकता पर जोर देने के लिए मनाया जाता है।विश्व फेफड़े के कैंसर दिवस की स्थापना पहली बार 2012 में अंतर्राष्ट्रीय श्वसन सोसायटी मंच (FIRS) और अंतर्राष्ट्रीय फेफड़े के कैंसर अध्ययन संघ (IASLC) के सहयोग से की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य फेफड़ों के कैंसर और दुनिया भर के व्यक्तियों, परिवारों और समुदायों पर इसके प्रभाव के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए एक समर्पित दिवस बनाना था। इस दिवस की शुरुआत ऐसे समय में हुई जब फेफड़ों का कैंसर दुनिया भर में कैंसर से होने वाली मौतों के प्रमुख कारणों में से एक था और आज भी बना हुआ है। अपनी व्यापकता के बावजूद, फेफड़ों के कैंसर को अक्सर अन्य प्रकार के कैंसर की तुलना में कम ध्यान और कम धन मिलता था। विश्व फेफड़े के कैंसर दिवस के संस्थापकों ने इस धारणा को बदलने और फेफड़ों के कैंसर को जन स्वास्थ्य चर्चाओं में सबसे आगे लाने की तत्काल आवश्यकता को पहचाना।

मुस्लिम महिला अधिकार दिवस

एक अगस्त को तीन तलाक के खिलाफ कानून बनाने की याद में मुस्लिम महिला अधिकार दिवस के रूप में मनाया जाता है। 1 अगस्त, 2019 को संसद में तीन तलाक विधेयक के पारित होने के उपलक्ष्य में 1 अगस्त को मुस्लिम महिला अधिकार दिवस मनाया जाता है।
शायरा बानो ने अपनी रिट याचिका में सुप्रीम कोर्ट से तलाक-ए-बिदत, बहुविवाह और निकाह-हलाला की प्रथाओं को असंवैधानिक घोषित करने की मांग की थी।
केंद्र सरकार ने 1 अगस्त, 2019 को तीन तलाक कानून लागू किया था।

माता-पिता दिवस के प्रति सम्मान दिवस 

1 अगस्त को, माता-पिता के प्रति सम्मान दिवस, न केवल बच्चों के जीवन में, बल्कि हमारे समुदायों में भी माता-पिता की नेतृत्वकारी भूमिकाओं को मान्यता देता है। 
लैंकेस्टर, कैलिफ़ोर्निया की मर्लिन डेलरिम्पल ने अमेरिका में माता-पिता के प्रति सम्मान दिवस की शुरुआत की, जो हर साल 1 अगस्त को मनाया जाता है। माता-पिता अपने बच्चों को प्यार और सुरक्षा की पहली अभिव्यक्ति प्रदान करते हैं। संरक्षक और पालन-पोषणकर्ता के रूप में, माता-पिता बच्चों का नेतृत्व करने और उन्हें ज़िम्मेदार बनना सिखाने की नींव रखते हैं। प्रत्येक माता-पिता संवाद का एक रूप और निर्णय लेने और गलतियों को सुधारने का एक तरीका प्रदान करते हैं।

 गर्लफ्रेंड दिवस

1 अगस्त को अमेरिका में राष्ट्रीय गर्लफ्रेंड दिवस मनाते हैं ताकि विश्व भर की महिलाओं को एक साथ आने और दोस्ती के अपने विशेष बंधन का जश्न मनाने के लिए प्रोत्साहित किया जा सके। इस दिन की उत्पत्ति के बारे में विभिन्न दावे मौजूद हैं, कुछ लोग कहते हैं कि इसकी शुरुआत मिस्ट्रेस सुज़ैन ने 2004 में अपने दोस्तों को श्रद्धांजलि के रूप में की थी, जबकि अन्य लोग इसका श्रेय एली सावरिनो क्लाइन और सैली रॉजर्स को देते हैं, जिन्होंने 2006 में अपनी अब बंद हो चुकी वेबसाइट सिस्टरवुमन डॉट कॉम के माध्यम से इस दिन की शुरुआत करने का दावा किया था। यह दिन महिला मित्रता की खुशियों का जश्न मनाने तथा महिलाओं द्वारा एक-दूसरे को सहयोग देने के महत्व पर केंद्रित है। साल 2002 में 'गर्लफ्रेंड्स गेटावे' नाम की एक किताब पब्लिश हुई थी. इसमें प्यार, इश्क व मोहब्बत के खूब किस्से थे. ऐसे में लोगों के बीच इसे प्रचलित करने के लिए एक खास दिन तय किया गया, जो दिन था 1 अगस्त 2002 का. इसके बाद से ही हर साल इस तारीख को गर्लफ्रेंड डे मनाया जाने लगा. 

अंतर्राष्ट्रीय बाल-मुक्त दिवस 

अंतर्राष्ट्रीय बाल-मुक्त दिवस हर साल 1 अगस्त को उन जोड़ों को समझने और उनका समर्थन करने के लिए मनाया जाता है जिन्होंने बच्चे न पैदा करने का फैसला किया है। इसकी शुरुआत 1973 में नेशनल अलायंस फॉर ऑप्शनल पेरेंटहुड द्वारा की गई थी। इस संगठन की स्थापना 1972 में कैलिफ़ोर्निया में इस धारणा को प्रचारित और सामान्य बनाने के लिए की गई थी कि लोग बच्चे न पैदा करने का विकल्प चुन सकते हैं। इस दिवस को मनाने की शुरुआत 2013 में लॉरा कैरोल द्वारा की गई थी क्योंकि दुनिया भर के जोड़ों को अभी भी आलोचना, अस्वीकृति और कभी-कभी दूसरों के गुस्से का सामना करना पड़ता है जब वे बच्चे न पैदा करने का फैसला करते हैं।

बुधवार, 30 जुलाई 2025

31 जुलाई


31 जुलाई 

शहीद उधम सिंह जी का शहीदी दिवस

31 जुलाई को शहीद उधम सिंह जी का शहीदी दिवस मनाया जाता है। भारत के महान क्रांतिकारी के रूप में पहचाने जाने वाले उधम सिंह गदर पार्टी के साथ जुड़े थे तथा जलियांवाला बाग हत्याकांड का बदला लिया और 31 जुलाई 1940 को देश के लिए शहीद हो गए। 31 जुलाई को यानी आज ही के दिन ऊधम सिंह को फांसी की सजा दी गई थी। 31 जुलाई वही दिन है जब उधम सिंह ने जलियांवाला बाग नरसंहार का बदला लेने वाले वीर के रूप में इतिहास में अमर हुए थे. उन्होंने ब्रिटिश अफसर माइकल ओ’ड्वायर को लंदन में गोली मारकर भारतीयों की चीखों का बदला लिया था. यह कार्रवाई ब्रिटिश सत्ता की नींव हिला देने वाली थी. अपनी मातृभूमि के प्रति अपने कर्तव्य को पूरा करने के लिए, उधम सिंह ने माइकल ओ'डायर को गोली मारने की बात को सहर्ष स्वीकार कर लिया। इस अपराध के लिए उन्हें गिरफ्तार कर ब्रिक्सटन जेल में डाल दिया गया। 1 अप्रैल 1940 को उधम पर माइकल ओ'डायर की हत्या के अपराध का आधिकारिक आरोप लगाया गया। उन पर मुकदमा चलाया गया और 4 जून 1940 को उन्हें हत्या का दोषी ठहराया गया। इस तरह भारत के एक खास शहीद के रूप में याद किए जाने वाले उधम सिंह को 31 जुलाई 1940 को फांसी की सजा दी गई थी। 31 जुलाई 1940 को ही शहीद उधम सिंह को फाँसी दी गई और उन्हें दफनाया गया। 

विश्व रेंजर दिवस

विश्व रेंजर दिवस हर वर्ष 31 जुलाई को उन वन रक्षकों के सम्मान में मनाया जाता है जो प्राकृतिक संसाधनों और वन्यजीवों की सुरक्षा के लिए अपने प्राणों की बाजी लगाते हैं। यह दिन अंतरराष्ट्रीय रेंजर महासंघ (IRF) द्वारा 2007 में शुरू किया गया था, ताकि उन रेंजरों को श्रद्धांजलि दी जा सके जिन्होंने ड्यूटी के दौरान अपने प्राण गंवाए। रेंजर एक ऐसा व्यक्ति होता है जिसे पार्कलैंड (पार्कलैंड) और प्राकृतिक संरक्षित (प्राकृतिक संरक्षित) जंगलों को संरक्षित करने का काम सौंपा जाता है। एक रेंजर को आम तौर पर वन रेंजर (वन रेंजर) या पार्क रेंजर (पार्क रेंजर) पर नियुक्त किया जाता है। 1992 में आज ही के दिन इंटरनेशनल रेंजर फेडरेशन (इंटरनेशनल रेंजर फेडरेशन - IRF) की स्थापना हुई थी। विश्व रेंजर दिवस (विश्व रेंजर दिवस) इंटरनेशनल रेंजर टेक्नोलॉजीज (इंटरनेशनल रेंजर फेडरेशन) द्वारा बनाया गया था और पहली बार 2007 में आयोजित किया गया था।

राष्ट्रीय मट दिवस 

प्रसिद्ध पालतू पशु विशेषज्ञ और पशु कल्याण अधिवक्ता, कोलीन पेज ने 2005 में अमेरिका में राष्ट्रीय मट दिवस की स्थापना की। हर साल 2 दिसंबर और 31 जुलाई को यह दिवस मनाया जाता है। यह दिवस मिश्रित नस्ल के कुत्तों को अपनाने, बचाने और उनका सम्मान करने के लिए प्रोत्साहित करता है। डॉगी डे के उलट, 31 जुलाई को मनाया जाने वाला नेशनल मट डे, उन मिश्रित नस्ल के कुत्तों पर केंद्रित है जिन्हें कभी-कभी नज़रअंदाज़ कर दिया जाता है। यह अवकाश लोगों को एक कुत्ता गोद लेने के बारे में और जानने के लिए प्रेरित करता है।

राष्ट्रीय एवोकैडो दिवस

एवोकाडो अमेरिकी खानपान में सिर्फ़ एक मुख्य भोजन से कहीं बढ़कर है; यह शरीर के अंदर और बाहर, दोनों तरह के व्यंजनों में एक महत्वपूर्ण घटक साबित हुआ है।एवोकाडो दिवस मनाने के कई कारण हैं। पहला, एवोकाडो हृदय-स्वस्थ वसा के माध्यम से इंसुलिन प्रतिरोध को कम करता है। इसके ओमेगा 3 फैटी एसिड अल्जाइमर से भी लड़ते हैं। एवोकाडो की एक और खासियत यह है कि इसमें विटामिन सी, ई और के होने के कारण यह क्षति को रोकता और ठीक करता है।  एवोकाडो बोर्ड के अनुसार, 2015 तक, संयुक्त राज्य अमेरिका में एवोकाडो की खपत 2005 से दोगुनी हो गई और 2000 से चार गुना हो गई। वास्तव में, 2015 में अमेरिका में 4.25 बिलियन एवोकाडो बेचे गए। यह इस अद्भुत सुंदर भोजन का 4.25 बिलियन है। मॉडल मील्स ने 2017 में कैलिफ़ोर्निया में एवोकैडो सीज़न के चरम पर, 31 जुलाई को, राष्ट्रीय एवोकैडो दिवस की स्थापना की। मॉडल मील्स एक भोजन वितरण सेवा है जिसकी स्थापना 2015 में कैमिली मे और पेशेवर कर्व मॉडल दानिका ब्रायशा ने की थी। कंपनी स्थानीय जैविक उत्पादकों और किसानों के साथ मिलकर यथासंभव संपूर्ण खाद्य-केंद्रित मेनू तैयार करती है, जिससे टिकाऊ कृषि और स्वस्थ भोजन को बढ़ावा मिलता है।

मंगलवार, 29 जुलाई 2025

30 जुलाई


30 जुलाई 

अंतर्राष्ट्रीय मित्रता दिवस

विश्व मैत्री दिवस की शुरुआत 20वीं सदी के शुरुआती दौर में हुई थी, और कई देश इसे अलग-अलग रूपों में मनाते हैं। 2011 में, संयुक्त राष्ट्र ने आधिकारिक तौर पर 30 जुलाई को अंतर्राष्ट्रीय मैत्री दिवस के रूप में घोषित किया, ताकि यह माना जा सके कि शांति को बढ़ावा देने और समुदायों के बीच सेतु बनाने में मित्रता महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती है। तब से, यह दिन लोकप्रियता में बढ़ता गया है और दुनिया भर के लोग इसके दयालुता और एकजुटता के संदेश को अपना रहे हैं। अंतर्राष्ट्रीय मित्रता दिवस हमें अपनी संस्कृति, देश या पृष्ठभूमि से बाहर के लोगों से दोस्ती करने और उनके साथ रिश्ते बनाने के लिए प्रोत्साहित करता है। 1919 में, फ्रेंडशिप डे की शुरुआत ग्रीटिंग कार्ड के प्रचार के रूप में हुई थी। 1940 तक, यह लुप्त हो गया था। संयुक्त राष्ट्र ने 1997 में अंतर्राष्ट्रीय फ्रेंडशिप डे की स्थापना के लिए एक विश्वव्यापी पहल का प्रस्ताव रखा। 2011 में, संयुक्त राष्ट्र के एक अधिकारी ने शांति प्रयासों को प्रेरित करने और लोगों, देशों और संस्कृतियों के बीच सेतु बनाने के लिए इस दिन की घोषणा की। संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा 2011 में अंतर्राष्ट्रीय मैत्री दिवस की  घोषणा इस विचार के साथ की गई थी कि लोगों, देशों, संस्कृतियों और व्यक्तियों के बीच मैत्री शांति प्रयासों को प्रेरित कर सकती है और समुदायों के बीच सेतु का निर्माण कर सकती है।
प्रस्ताव में युवाओं को भावी नेताओं के रूप में सामुदायिक गतिविधियों में शामिल करने पर जोर दिया गया है, जिसमें विभिन्न संस्कृतियां शामिल हों और अंतर्राष्ट्रीय समझ तथा विविधता के प्रति सम्मान को बढ़ावा मिले। अंतर्राष्ट्रीय मैत्री दिवस के उपलक्ष्य में संयुक्त राष्ट्र सरकारों, अंतर्राष्ट्रीय संगठनों और नागरिक समाज समूहों को ऐसे आयोजन, गतिविधियां और पहल करने के लिए प्रोत्साहित करता है जो सभ्यताओं के बीच संवाद, एकजुटता, आपसी समझ और मेल-मिलाप को बढ़ावा देने की दिशा में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के प्रयासों में योगदान दें। अंतर्राष्ट्रीय मैत्री दिवस यूनेस्को द्वारा प्रस्तावित एक पहल है, जिसमें शांति की संस्कृति को मूल्यों, दृष्टिकोणों और व्यवहारों के एक समूह के रूप में परिभाषित किया गया है जो हिंसा को अस्वीकार करते हैं और समस्याओं के समाधान हेतु संघर्षों के मूल कारणों का समाधान करके उन्हें रोकने का प्रयास करते हैं। इसे 1997 में संयुक्त राष्ट्र महासभा द्वारा अपनाया गया था।
भारत में फ्रेंडशिप डे 2025 में रविवार, 3 अगस्त को मनाया जाएगा. ऐसा इसलिए है क्योंकि भारत उन देशों में शामिल है, जहां फ्रेंडशिप डे मनाने की परंपरा अगस्त महीने के पहले रविवार को है. इस दिन को चुनने के पीछे एक व्यावहारिक कारण ये है कि रविवार का दिन होने की वजह से ज्यादातर लोगों की छुट्टी होती है और वो अपने दोस्तों के साथ इस दिन को खुलकर सेलिब्रेट कर पाते हैं.

विश्व मानव तस्करी विरोधी दिवस

विश्व मानव तस्करी विरोधी दिवस हर वर्ष 30 जुलाई को मनाया जाता है। वर्ष 2013 में, अपने प्रस्ताव A/RES/68/192 के माध्यम से, संयुक्त राष्ट्र महासभा ने मानव तस्करी के विरुद्ध विश्व दिवस की घोषणा की थी, और तब से यह प्रभावी है। यह दिन मानव तस्करी जैसे गंभीर अपराध के खिलाफ वैश्विक जागरूकता फैलाने और पीड़ितों के अधिकारों की रक्षा के उद्देश्य से मनाया जाता है। संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित इस दिन की शुरुआत 2014 में हुई थी। मानव तस्करी के विरुद्ध विश्व दिवस, पिछले एक दशक से हर साल 30 जुलाई को मनाया जाने वाला एक अंतरराष्ट्रीय जागरूकता कार्यक्रम है , जो मानव तस्करी के प्रति जागरूकता और इसे रोकने के लिए किए गए प्रयासों का जश्न मनाता है। मानव तस्करी के विरुद्ध विश्व दिवस की शुरुआत एक दिन में नहीं हुई। इसे बनने में वर्षों का समय लगा है। मानव जीवन के मूल्य को दोहराते हुए, विश्व नेताओं ने 2005 में मिलेनियम शिखर सम्मेलन, विश्व शिखर सम्मेलन और 2010 में आयोजित मिलेनियम विकास लक्ष्यों पर महासभा के उच्च-स्तरीय पूर्ण अधिवेशन में मानव तस्करी की महामारी को रोकने के लिए अपनी प्रतिबद्धता व्यक्त की। प्रभावी उपाय तैयार करके और उन्हें सख्ती से लागू करके, उन्होंने मानव तस्करी के गोरखधंधे को समाप्त करने के अपने रुख को और मजबूत किया। मानव तस्करी एक ऐसा अपराध है जिसमें महिलाओं, बच्चों और पुरुषों का शोषण जबरन श्रम और यौन शोषण सहित कई उद्देश्यों के लिए किया जाता है। 2003 से, संयुक्त राष्ट्र मादक पदार्थ एवं अपराध कार्यालय ( यूएनओडीसी ) ने दुनिया भर में तस्करी के लगभग 2,25,000 पीड़ितों के बारे में जानकारी एकत्र की है। दुनिया भर के देश अधिक पीड़ितों का पता लगा रहे हैं और उनकी रिपोर्ट कर रहे हैं तथा अधिक तस्करों को दोषी ठहरा रहे हैं। यह पीड़ितों की पहचान करने की बढ़ी हुई क्षमता और/या तस्करी के शिकार लोगों की बढ़ती संख्या का परिणाम हो सकता है। 2006 में, आर्थिक एवं सामाजिक परिषद (ECOSOC) द्वारा मानव तस्करी के क्षेत्र में देशों को प्रदान की जाने वाली तकनीकी सहायता को और मज़बूत करने हेतु अंतर-सरकारी एजेंसियों के बीच सहयोग बढ़ाने के अनुरोध पर, जापान सरकार ने मानव तस्करी रोकने के लिए कार्यरत अंतर्राष्ट्रीय संगठनों की एक समन्वय बैठक आयोजित की। इसमें भाग लेने वाले संगठनों ( ILO , IOM , UNICEF , UN Women , UNHCR और UNODC ) ने शुरू किए गए प्रयास को जारी रखने का निर्णय लिया और एक समन्वय समूह के गठन का प्रस्ताव रखा। मानव तस्करी के विरुद्ध अंतर-एजेंसी समन्वय समूह (ICAT) की औपचारिक स्थापना मार्च 2007 में हुई। 2010 में, महासभा ने  मानव तस्करी से निपटने के लिए वैश्विक कार्य योजना को अपनाया और दुनिया भर की सरकारों से इस अभिशाप को हराने के लिए समन्वित और सुसंगत उपाय करने का आग्रह किया। इस योजना में विकास को बढ़ावा देने और दुनिया भर में सुरक्षा को मज़बूत करने के लिए मानव तस्करी के खिलाफ लड़ाई को संयुक्त राष्ट्र के व्यापक कार्यक्रमों में शामिल करने का आह्वान किया गया है। इस योजना के महत्वपूर्ण प्रावधानों में से एक  मानव तस्करी के शिकार लोगों , खासकर महिलाओं और बच्चों के लिए एक संयुक्त राष्ट्र स्वैच्छिक ट्रस्ट फंड की स्थापना है। 2013 में, महासभा ने वैश्विक कार्य योजना की समीक्षा के लिए एक उच्च-स्तरीय बैठक आयोजित की। सदस्य देशों ने प्रस्ताव  A/RES/68/192 को भी अपनाया  और 30 जुलाई को मानव तस्करी के विरुद्ध विश्व दिवस के रूप में घोषित किया। इस प्रस्ताव में घोषणा की गई कि "मानव तस्करी के शिकार लोगों की स्थिति के बारे में जागरूकता बढ़ाने और उनके अधिकारों के संवर्धन एवं संरक्षण के लिए" ऐसा दिवस आवश्यक है।

राष्ट्रीय ससुर दिवस

अमेरिका में 30 जुलाई को मनाया जाने वाला राष्ट्रीय ससुर दिवस आपके जीवनसाथी के पिता को हर साल याद करता है। इस दिन अपने ससुर के लिए कुछ समय निकालें।

रूस में नौसेना दिवस 

प्रतिवर्ष जुलाई के अंतिम रविवार को रूस पारंपरिक रूप से नौसेना दिवस मनाता है - यह एक त्योहार है, जिसे उत्तरी युद्ध की घटनाओं का सम्मान करने के लिए 2006 में राष्ट्रपति डिक्री के अनुसार स्थापित किया गया था। उत्तरी युद्ध के दौरान रूसी बेड़े का निर्माण किया गया था। यह अवकाश आधिकारिक तौर पर 1939 में स्थापित किया गया था। नौसेना दिवस न केवल सेना द्वारा मनाया जाता है, बल्कि उन सभी लोगों द्वारा भी मनाया जाता है जो राज्य की समुद्री सीमाओं की रक्षा करते हैं, जहाजों और बेड़े के व्यक्तिगत हिस्सों की लड़ाकू तत्परता सुनिश्चित करते हैं। रूसी नौसेना का मूल संस्करण 1696 में रूस के ज़ारडोम के लिए स्थापित किया गया था । सोवियत संघ में, नौसेना दिवस की स्थापना जून 1939 में यूएसएसआर के पीपुल्स कमिसर्स काउंसिल और वीकेपीबी की केंद्रीय समिति के एक डिक्री द्वारा जून 1939 में गंगट की लड़ाई के संबंध में की गई थी। 1 अक्टूबर, 1980 को सुप्रीम सोवियत के प्रेसिडियम द्वारा छुट्टी रद्द कर दी गई थी । रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के डिक्री द्वारा , नौसेना दिवस को फिर से स्थापित किया गया था।

सोमवार, 28 जुलाई 2025

29 जुलाई


29 जुलाई 

अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस

जंगल में बाघों के समक्ष आने वाली चुनौतियों के बारे में जागरूकता बढ़ाने तथा संरक्षण प्रयासों को प्रोत्साहित करने के लिए 2010 में अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस की स्थापना की गई थी । यह दिन पहली बार 2010 में मनाया गया था और इसकी स्थापना एक अंतरराष्ट्रीय शिखर सम्मेलन में हुई थी। अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस की स्थापना 2010 में सेंट पीटर्सबर्ग बाघ शिखर सम्मेलन में की गई थी। पिछली शताब्दी में सभी जंगली बाघों में से 97% गायब हो गए थे, केवल 3,000 के आसपास ही जीवित बचे थे। बाघ विलुप्त होने के कगार पर हैं और अंतर्राष्ट्रीय विश्व बाघ दिवस का उद्देश्य इस तथ्य पर ध्यान आकर्षित करना और उनकी गिरावट को रोकने का प्रयास करना है। कई कारकों ने उनकी संख्या में गिरावट की है, जिसमें आवास का नुकसान, जलवायु परिवर्तन, शिकार और अवैध शिकार शामिल हैं और बाघ दिवस का उद्देश्य उनके आवासों की रक्षा और विस्तार करना और संरक्षण की आवश्यकता के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस की स्थापना 2010 में सेंट पीटर्सबर्ग बाघ शिखर सम्मेलन में की गई थी, जहां 13 बाघ-क्षेत्र वाले देशों के नेताओं ने 2022 तक जंगली बाघों की संख्या को दोगुना करने की प्रतिबद्धता जताई थी। तब से, यह दिवस बाघों को विलुप्त होने से बचाने के साझा मिशन में लोगों और संगठनों को एकजुट करते हुए वकालत, जागरूकता और सहयोग के लिए एक वैश्विक मंच बन गया है। अंतर्राष्ट्रीय बाघ दिवस इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यह संरक्षण की तत्काल आवश्यकता की ओर ध्यान आकर्षित करता है, संसाधन जुटाता है, और जनता को इस बारे में शिक्षित करता है कि इस लुप्तप्राय प्रजाति को बचाने में हर कोई कैसे योगदान दे सकता है।

वर्षा दिवस

हर साल 29 जुलाई को वर्षा दिवस मनाया जाता है। सारा जीवन बारिश पर निर्भर करता है और बारिश हमारी दुनिया को हरा-भरा और ताज़ा रखती है। यह दिन बारिश के मौसम की खूबसूरती और इसके महत्व को खास तरीके से महसूस करने का अवसर देता है। बारिश न सिर्फ धरती को हरा-भरा बनाती है, बल्कि किसानों की फसल के लिए जीवनदायिनी साबित होती है। वर्षा से नदियाँ, तालाब और भूजल स्तर भरते हैं, जिससे जल संकट से राहत मिलती है। वर्षा दिवस पहली बार 1800 के दशक के अंत में मनाया गया था। इसके लिए हमें विलियम एलिसन नाम के एक फार्मासिस्ट का शुक्रिया अदा करना चाहिए। पेंसिल्वेनिया के वेन्सबर्ग की मुख्य सड़क, हाई स्ट्रीट पर उनकी एक दवा की दुकान थी। उन्होंने देखा कि 29 जुलाई को हमेशा बारिश होती रहती थी। इसी वजह से उन्होंने इस खास तारीख के लिए बारिश का वार्षिक रिकॉर्ड रखने का फैसला किया। बीस साल बाद, उनके भाई अल्बर्ट एलिसन ने नतीजों को दर्ज करना जारी रखा। 1930 के दशक में, जॉन ओ'हारा ने अखबारों में रेन डे की खबरें भेजने का फैसला किया। इसकी बदौलत रेन डे दुनिया के कोने-कोने में फैल गया। हर साल, अखबार और अन्य मीडिया संस्थान अक्सर वेन्सबर्ग में फोन करके पूछते हैं कि क्या इस दिन बारिश हो रही है। तकनीकी और वैज्ञानिक दृष्टिकोण से, वर्षा जल चक्र का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है और पृथ्वी पर सभी जीवन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है। वर्षा ही पानी को ज़मीन तक पहुँचाने का मुख्य माध्यम है, जो जानवरों और पौधों के लिए पीने का पानी उपलब्ध कराती है, भूजल को पुनः भरती है और हमारी नदियों और झीलों को भरती है।

लिपस्टिक दिवस
29 जुलाई को लिपस्टिक दिवस मनाया जाता है। लिपस्टिक दिवस के आधुनिक संस्करण की शुरुआत 2016 में हुई थी, जब सौंदर्य ब्लॉगर और उद्यमी हुडा कट्टन ने इस दिन को अपना समर्थन दिया था, लेकिन हो सकता है कि इसकी शुरुआत यहीं से न हुई हो।
वास्तव में, कुछ सूत्रों से पता चलता है कि लिपस्टिक के सम्मान में यह दिन 70 साल या उससे भी अधिक समय से मनाया जा रहा है, जब इसकी शुरुआत 1940 के दशक में हुई थी। सारा बर्नहार्ट ने 20वीं सदी की शुरुआत में सार्वजनिक रूप से लिप रूज लगाकर एक बड़ा विवाद खड़ा कर दिया था। और महारानी विक्टोरिया किसी भी तरह के मेकअप को बेहद अशिष्ट मानती थीं और उनका मकसद सिर्फ़ सबसे अशिष्ट महिलाओं को चिह्नित करना था। फिर भी, विंस्टन चर्चिल ने लिपस्टिक को मनोबल बढ़ाने वाला अद्भुत साधन पाया और द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान इसके उत्पादन को सीमित करने से इनकार कर दिया। लिपस्टिक की उत्पत्ति कम से कम 5000 साल पहले हुई थी। हालाँकि, लिपस्टिक दिवस बहुत बाद में, 2016 में मनाया जाने लगा। रिपोर्ट्स के मुताबिक 9वीं सदी में अरब के वैज्ञानिक abulcasis ने सॉलिड लिपस्टिक बनाने का आविष्कार किया था. abulcasis ने इससे पहले भी परफ्यूम के साथ कई आविष्कार किए थे. जिसके बाद उन्होंने कई कलर का इस्तेमाल कर सॉलिड लिपस्टिक का भी आविष्कार किया था. 1884 में फ्रेंच परफ्यूम कंपनी guerlain ने लिपस्टिक को कमर्शियली बेचना शुरू किया था. यह पहली कंपनी थी, जिसने मॉडर्न लिपस्टिक का आविष्कार किया था. बता दें कि इस कंपनी ने बी वैक्स, कैस्टर ऑयल और हिरण के फेट का इस्तेमाल कर लिपस्टिक को बनाया था. इसके बाद 1915 में पहली बार लिपस्टिक सिलेंड्रिकल ट्यूब में आने लगी, जिसका क्रेडिट मॉरिस लेवी को जाता है. 1920 में लिपस्टिक ने अपनी एक अलग पहचान बना ली और फिर 1923 में लिपस्टिक का घूमने वाला सिलेंडर बनाने वाले इंसान जेम्स ब्रूस मेसन जूनियर थे. तब से लिपस्टिक का चलन और ज्यादा बढ़ता गया. कुछ सालों में हेलेना रूबिंस्टीन ने लिप्स के शेप को ध्यान में रखते हुए लिपस्टिक बनाई थी. 1952 में अपने राजतिलक के लिए क्वीन एलिजाबेथ ने खुद से लिपस्टिक शेड तैयार किया था. 1960 और 1970 के दौर में लिपस्टिक फैशन इंडस्ट्री का एक अहम हिस्सा बन गई. धीरे-धीरे साल 2000 के बाद से हर महिला के पर्स में लिपस्टिक देखी जाने लगी. लोग नेशनल लिपस्टिक डे आज से नहीं कई सालों से मनाते आ रहे हैं. सालों से महिलाएं अपने होंठ को सुंदर बनाने के लिए लिपस्टिक का इस्तेमाल करते आ रही हैं।

रविवार, 27 जुलाई 2025

28 जुलाई


28 जुलाई 

विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस

विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस 2017, प्राकृतिक संसाधनों के संरक्षण के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए 28 जुलाई को दुनिया भर में मनाया जाता है। प्रकृति वनों की कटाई और अवैध वन्यजीव व्यापार जैसी गंभीर समस्याओं का सामना कर रही है। हर किसी को हरित जीवनशैली अपनाने के लिए अपने दैनिक जीवन में पर्यावरण-अनुकूल गतिविधियों को बढ़ावा देना चाहिए। विश्व प्रकृति संरक्षण दिवस की शुरुआत भारत में उन लोगों द्वारा की गई जो पृथ्वी के प्राकृतिक संसाधनों की सुरक्षा के प्रति चिंतित थे। नई दिल्ली स्थित पर्यावरण सूचना प्रणाली (ENVIS) केंद्र इस दिवस को बढ़ावा देता है। पर्यावरण विभाग, पर्यावरण एवं वन मंत्रालय और भारत सरकार ENVIS को प्रायोजित करते हैं। हमारे ग्रह के लिए इस महत्वपूर्ण दिवस को मनाने में भारत के साथ कई देश शामिल हुए हैं।

विश्व हेपेटाइटिस दिवस

हर साल 28 जुलाई को विश्व हेपेटाइटिस दिवस मनाया जाता है। यह दिन दुनियाभर में हेपेटाइटिस जैसी खतरनाक बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाने और इसकी रोकथाम के उपायों को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाता है। हेपेटाइटिस एक गंभीर लीवर संबंधी रोग है, जो वायरस संक्रमण के कारण होता है। हेपेटाइटिस A, B, C, D और E इसके प्रकार हैं, जिनमें से B और C सबसे खतरनाक माने जाते हैं। विश्व हेपेटाइटिस दिवस, 28 जुलाई, हेपेटाइटिस पर राष्ट्रीय और अंतर्राष्ट्रीय प्रयासों को बढ़ाने, व्यक्तियों, भागीदारों और जनता द्वारा कार्रवाई और सहभागिता को प्रोत्साहित करने और विश्व स्वास्थ्य संगठन की 2017 की वैश्विक हेपेटाइटिस रिपोर्ट में उल्लिखित व्यापक वैश्विक प्रतिक्रिया की आवश्यकता पर प्रकाश डालने का अवसर है। 28 जुलाई की तारीख इसलिए चुनी गई क्योंकि यह नोबेल पुरस्कार विजेता वैज्ञानिक डॉ. बारूक ब्लमबर्ग का जन्मदिन है, जिन्होंने हेपेटाइटिस बी वायरस (एचबीवी) की खोज की थी और इस वायरस के लिए एक नैदानिक परीक्षण और टीका विकसित किया था। 

राष्ट्रीय मिल्क चॉकलेट दिवस

राष्ट्रीय मिल्क चॉकलेट दिवस  चॉकलेट के सबसे प्रिय प्रकारों में से एक का जश्न मनाता है। डार्क चॉकलेट (जो  1 फरवरी को मनाई जाती है ) के विपरीत, मिल्क चॉकलेट में डेयरी तत्व होते हैं जो इसे अधिक कोमल और मीठा स्वाद देते हैं। पहला मिल्क चॉकलेट बार 1875 में स्विस चॉकलेट निर्माता डैनियल पीटर ने बनाया था, जिन्होंने हेनरी नेस्ले द्वारा विकसित दूध पाउडर के साथ चॉकलेट लिकर को मिलाया था। इस दिन की स्थापना राष्ट्रीय कन्फेक्शनर्स एसोसिएशन द्वारा कन्फेक्शनरी के इतिहास और रोज़मर्रा के आनंद में मिल्क चॉकलेट के महत्व को उजागर करने के लिए की गई थी।


नेशनल वॉटरपार्क डे


हर साल 28 जुलाई को नेशनल वॉटरपार्क डे मनाया जाता है। यह दिन बच्चों, युवाओं और परिवारों को गर्मी में पानी से जुड़ी मस्ती का आनंद लेने के लिए समर्पित है। वॉटरपार्क्स में अलग-अलग प्रकार की वॉटर राइड्स, स्लाइड्स और पूल्स होते हैं, जहाँ लोग मनोरंजन के साथ-साथ ठंडक का अनुभव भी करते हैं। कालाहारी रिसॉर्ट्स एंड कन्वेंशन्स ने 28 जुलाई, 2017 को राष्ट्रीय वाटरपार्क दिवस की स्थापना की, ताकि गर्मियों के दौरान वाटरपार्क के अनूठे आकर्षणों का जश्न मनाया जा सके। जुलाई 2000 में विस्कॉन्सिन डेल्स में अपना पहला वाटरपार्क खोलने के बाद, कालाहारी रिसॉर्ट्स एंड कन्वेंशन्स ने देश के अन्य क्षेत्रों में विस्तार किया। अधिक वाटरपार्क मनोरंजन के लिए पेंसिल्वेनिया के पोकोनो पर्वत या ओहायो के सैंडुस्की पर जाएँ। मार्च 2017 में, रिसॉर्ट ने पोकोनो पर्वत में अपने वाटरपार्क के दूसरे चरण का उद्घाटन किया। इस विस्तार ने सैंडुस्की स्थान को अमेरिका के सबसे बड़े इनडोर वाटरपार्क के रूप में भी हटा दिया। इस रिसॉर्ट को 2014 में कॉन्डे नास्ट ट्रैवलर द्वारा #1 विश्व के सबसे अच्छे इनडोर वाटरपार्क से सम्मानित किया गया था। 

शनिवार, 26 जुलाई 2025

27 जुलाई


27 जुलाई 

सीआरपीएफ स्थापना दिवस

रिजर्व सेंट्रल पुलिस फोर्स (केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल -सीआरपीएफ) ने 27 जुलाई 2021 को अपना स्थापना दिवस मनाता है। गृह मंत्रालय (गृह मंत्रालय - एमएचए) के अधिकार के तहत गृह मंत्रालय भारत का सबसे बड़ा सशस्त्र पुलिस बल है। इसका मुख्यालय नई दिल्ली (नई दिल्ली) में स्थित है। यह 27 जुलाई 1939 को क्राउन रिप्रेजेंटेटिव्स पुलिस (क्राउन रिप्रेजेंटेटिव्स पुलिस) के रूप में अस्तित्व में आया। भारतीय स्वतंत्रता के बाद, 28 दिसंबर 1949 को केंद्रीय रिज़र्व पुलिस बल विशेषाधिकार अधिनियम लागू किया गया। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) भारत संघ का एक प्रमुख केंद्रीय पुलिस बल है, जिसे आंतरिक सुरक्षा बनाए रखने का महत्वपूर्ण कार्य सौंपा गया है। रियासतों के भीतर बढ़ती राजनीतिक उथल-पुथल और अशांति से निपटने के लिए 27 जुलाई, 1939 को क्राउन रिप्रेजेंटेटिव पुलिस के रूप में शुरू में स्थापित सीआरपीएफ देश के सबसे पुराने और सबसे प्रतिष्ठित केंद्रीय अर्धसैनिक बलों में से एक के रूप में विकसित हुआ है। इस पुलिस बल का निर्माण 1936 में अखिल भारतीय कांग्रेस समिति के मद्रास प्रस्ताव से काफी प्रभावित था, जिसमें एक मजबूत आंतरिक सुरक्षा तंत्र की आवश्यकता पर जोर दिया गया था। अंग्रेजों से आजादी के बाद, क्राउन रिप्रेजेंटेटिव पुलिस में एक महत्वपूर्ण बदलाव हुआ। 28 दिसंबर, 1949 को संसद के एक अधिनियम के माध्यम से इसका नाम बदलकर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) कर दिया गया। इस विधायी अधिनियम ने इसे न केवल नया नाम सीआरपीएफ दिया, बल्कि इसे केंद्र सरकार के अधिकार क्षेत्र के तहत एक सशस्त्र इकाई के रूप में स्थापित भी किया। तत्कालीन गृह मंत्री सरदार वल्लभ भाई पटेल ने इस पुलिस बल के लिए एक बहुआयामी भूमिका की कल्पना की, इसके कार्यों को एक नए स्वतंत्र राष्ट्र की उभरती जरूरतों के साथ जोड़ा।


राष्ट्रीय प्रेम दयालुता दिवस

जिस तरह अमेरिकी 4 जुलाई को अपनी आज़ादी का जश्न मनाते हैं, उसी तरह दुर्व्यवहार से बचे लोग 27 जुलाई को राष्ट्रीय प्रेम दयालुता दिवस पर अपने जीवन का जश्न मनाते हैं। यह राष्ट्रीय दिवस घरेलू हिंसा/घरेलू दुर्व्यवहार के सभी पीड़ितों के लिए अपने उत्पीड़क से आज़ादी और स्वतंत्रता का दिन है। द लव इज़ काइंड नेटवर्क की सह-संस्थापक रोज़ी ऐलो और सनी ने 27 जुलाई, 2018 को राष्ट्रीय प्रेम इज़ काइंड दिवस की स्थापना की। वे एक दयालु और स्वस्थ दुनिया का संदेश फैलाते हैं और हिंसा व आतंकवाद से मुक्त, मज़बूत और स्वस्थ परिवारों का समर्थन करते हैं। यह दिन उस दिन का भी प्रतीक है जब रोज़ी और सनी ने एक हिंसक रिश्ते से आज़ादी पाई थी।  

राष्ट्रीय अभिभावक दिवस

राष्ट्रीय अभिभावक दिवस 27 जुलाई, जो जुलाई के चौथे रविवार को मनाया जाता है, पर माता पिता और अभिभावकों को सम्मान को मान्यता देने के उद्देश्य से मनाया जाता है। हालाँकि मातृ दिवस और पितृ दिवस पहली बार आधिकारिक तौर पर 1900 के दशक की शुरुआत में मनाए गए थे (और राष्ट्रीय दादा-दादी दिवस अपनी 40वीं वर्षगांठ मनाने वाला है); राष्ट्रीय अभिभावक दिवस की स्थापना 1994 तक नहीं हुई थी। उसी समय राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने एक कांग्रेस प्रस्ताव पर हस्ताक्षर किए थे, जिसमें "बच्चों के पालन-पोषण में माता-पिता की भूमिका को मान्यता, प्रोत्साहन और समर्थन" दिया गया था। राष्ट्रपति बिल क्लिंटन ने 1994 में कांग्रेस के एक प्रस्ताव पर हस्ताक्षर करके इस अवकाश की स्थापना की, जिसने राष्ट्रीय अभिभावक दिवस को कानूनी रूप से मंजूरी दे दी। रिपब्लिकन सीनेटर ट्रेंट लॉट ने इस कानून को इस उद्देश्य से पेश किया था कि "...बच्चों के पालन-पोषण में माता-पिता की भूमिका को बढ़ावा दिया जाए और उसका समर्थन किया जाए।"