सोमवार, 14 अप्रैल 2025

15 अप्रैल


15 अप्रैल 
विश्व कला दिवस 
हर साल 15 अप्रैल को विश्व कला दिवस मनाने से कलात्मक कृतियों और समाज के बीच संबंधों को मजबूत करने, कलात्मक अभिव्यक्तियों की विविधता के बारे में अधिक जागरूकता को बढ़ावा देने और सतत विकास में कलाकारों के योगदान को उजागर करने में मदद मिलती है। यह स्कूलों में कला शिक्षा पर प्रकाश डालने का भी अवसर है, क्योंकि संस्कृति समावेशी और न्यायसंगत शिक्षा का मार्ग प्रशस्त कर सकती है।
विश्व कला दिवस, कला के विकास, प्रसार और आनंद को बढ़ावा देने के लिए मनाया जाने वाला उत्सव, 2019 में यूनेस्को के आम सम्मेलन के 40 वें सत्र में घोषित किया गया था । कला दुनिया भर के सभी लोगों के लिए रचनात्मकता, नवाचार और सांस्कृतिक विविधता का पोषण करती है और ज्ञान साझा करने और जिज्ञासा और संवाद को प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। 

गुरु नानक जयंती 
 15 अप्रैल 1469 को सिख धर्म के संस्थापक गुरु नानक का जन्म हुआ था। उन्होंने धार्मिक सौहार्द्र को सर्वोपरि बताया और सिख धर्म की नींव रखी। वह कई भाषाओं के ज्ञाता थे और उन्होंने दुनिया के विविध स्थानों की यात्राएं कीं। 15 अप्रैल 1469 को तलवंडी राय भोइ की(अब पाकिस्तान में), जिसे अब ननकाना साहिब कहा जाता है, में बाबा मेहता कालू और माता तृप्ता के यहां जन्मे बालक को नानक का नाम दिया गया। उस समय कौन जानता था कि यह बालक विश्व भर में सिखों के प्रथम गुरु के रूप में पूजनीय होगा। उन्होंने धार्मिक सौहार्द्र को सर्वोपरि बताया और सिख धर्म की नींव रखी। 

हिमाचल दिवस 
15 अप्रैल को प्रतिवर्ष हिमाचल दिवस के रूप में मनाया जाता है.15 अप्रैल 1948 को पहाड़ी क्षेत्र की 30 रियासतें आजाद भारत में शामिल हुई और हिमाचल प्रदेश का गठन हुआ. 26 जनवरी 1950 को भारत गणराज्य बना और हिमाचल प्रदेश को “ग\” श्रेणी का राज्य बनाया गया. उसके बाद 1 नवम्बर, 1956 को हिमाचल प्रदेश को केंद्र शासित प्रदेश घोषित किया गया।1966 में पंजाब के पहाड़ी क्षेत्रों को हिमाचल प्रदेश में शामिल किया गया। 18 दिसम्बर, 1970 को संसद ने हिमाचल प्रदेश अधिनियम पारित किया तथा 25 जनवरी, 1971 को हिमाचल प्रदेश पूर्ण राज्य के रूप में अस्तित्व में आया। हिमाचल प्रदेश भारत का 18वां राज्य था। तब से लेकर आज तक हिमाचल प्रदेश विकास की राह पर लगातार अग्रसर है.हिमाचल प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री डॉ. यशवंत सिंह परमार को हिमाचल निर्माता भी कहा जाता है. डॉ. परमार का हिमाचल निर्माण में बहुत बड़ा योगदान रहा है. हिमाचल प्रदेश भारत के उत्तरी भाग में स्थित है। इसके उत्तर में जम्मू-कश्मीर, पश्चिम में पंजाब, दक्षिण-पश्चिम में हरियाणा, दक्षिण—पूर्व में उत्तराखंड तथा पूर्व में तिब्बत स्थित है। हिमाचल प्रदेश का कुल क्षेत्रफल 55,673 वर्ग किलोमीटर है।


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