9 अप्रैल
सीआरपीएफ का शौर्य दिवस
9 अप्रैल 1965 को गुजरात के रन फॉर कक्ष में सीआरपीएफ के जवानों ने 34 पाकिस्तानी सैनिकों को मार गिराया था। उक्त हमले में सीआरपीएफ के 6 जवान वीरगति को प्राप्त हुए थे। उनकी याद में शौर्य दिवस मनाया जाता है। 9 अप्रैल 1965 को, भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध हुआ जिसमें पाकिस्तानी सेना ने गुजरात के रण ऑफ कच्छ में स्थित सरदार पोस्ट पर हमला कर दिया। इस पोस्ट पर सीआरपीएफ जवानों की संख्या बहुत कम थी जबकि पाकिस्तानी सेना की संख्या अधिक थी। लेकिन सीआरपीएफ जवानों ने साहस और वीरता से पाकिस्तानी सेना का डटकर मुकाबला किया और उन्हें हमला करने से रोक दिया। हालाँकि इस युद्ध में सीआरपीएफ के 6 जवान शहीद हो गए और 34 घायल हो गए। यह एक ऐतिहासिक घटना थी जिसने इतिहास रच दिया। तब से लेकर हर साल 9 अप्रैल को बहादुर सैनिकों के सम्मान में सीआरपीएफ शौर्य दिवस मनाया जाता है।
नवकार महामंत्र दिवस
नवकार महामंत्र दिवस आध्यात्मिक सद्भाव और नैतिक चेतना का एक महत्वपूर्ण उत्सव है, जो जैन धर्म में सबसे अधिक पूजनीय और सार्वभौमिक मंत्र- नवकार महामंत्र के सामूहिक जाप के माध्यम से लोगों को एकजुट करने का प्रयास करता है। अहिंसा, विनम्रता और आध्यात्मिक उत्थान के सिद्धांतों पर आधारित यह मंत्र प्रबुद्ध व्यक्तियों के गुणों के प्रति सम्मान व्यक्त करता है और आंतरिक परिवर्तन की प्रेरणा देता है। यह दिवस सभी व्यक्तियों को आत्म-शुद्धि, सहिष्णुता और सामूहिक कल्याण के मूल्यों पर चिंतन करने के लिए प्रोत्साहित करता है। JITO (जैन इंटरनेशनल ट्रेड ऑर्गनाइजेशन) अहमदाबाद और जैन समाज द्वारा विश्व कल्याण के संकल्प को जन-जन तक पहुंचाने के लिए 9 अप्रैल को 'विश्व नवकार महामंत्र दिवस' का आयोजन किया जाता है। यह आयोजन जैन समुदाय की ओर से विश्व शांति और अहिंसा के संदेश को फैलाने के उद्देश्य से होता है। नवकार महामंत्र का मूल संदेश सभी जीवों के प्रति स्नेह और आदर है, जो अनेक धर्मों के मूल सिद्धांतों से मेल खाता है। यह मंत्र अहिंसा का एक प्रबल संदेश देता है, जिसे न केवल जैन धर्म बल्कि हिंदू, बौद्ध और कई अन्य धर्म भी मानते हैं। इस मंत्र के जाप से आत्मशुद्धि और आध्यात्मिक विकास के माध्यम से विश्व का कल्याण संभव है।
एन एस यू आइ स्थापना दिवस
भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन का स्थापना दिवस 9, अप्रैल को मनाया जाता है। पूर्व प्रधानमंत्री प्रियदर्शिनी स्व. इंदिरा गांधी जी द्वारा 9,अप्रेल 1970 को छात्रों को लोकतांत्रिक अधिकार दिये जाने हेतु छात्रों का पूर्ण और राजनैतिक संगठन भाराछासं. (National Student Union of India) का गठन किया गया था। जिसके अर्न्तगत एक पृथक संविधान तथा ध्वज को भी आकार दिया गया। NSUI के गठन के बाद से ही आज तक छात्र छात्राओं की ज्वलंत समस्याओं के लिये संघर्षशील एवं अपने निहित उद्देश्यों की प्राप्ति के लिये प्रयासरत रहा हैं।
अंतर्राष्ट्रीय गुलाबी दिवस
अंतर्राष्ट्रीय गुलाबी दिवस को दुनिया भर के शहरों और कस्बों में बदमाशी, भेदभाव, समलैंगिकता-विरोध, ट्रांसफोबिया और ट्रांसमिसोजिनी के खिलाफ़ एक अंतर्राष्ट्रीय दिवस के रूप में स्थापित किया गया है। इस दिन, सभी को गुलाबी शर्ट पहनकर और अपने कार्यस्थलों, स्कूलों और समुदायों में इस दिन के समर्थन में गतिविधियाँ आयोजित करके विविधता का जश्न मनाने के लिए आमंत्रित किया जाता है। इस दिवस की शुरुआत 2007 में हुई थी, जब कनाडा में दो लड़कों ने देखा कि एक अन्य लड़के को गुलाबी शर्ट पहनने के कारण परेशान किया जा रहा है, तो उन्होंने अगले दिन पूरे स्कूल में गुलाबी शर्ट पहनने के लिए एक अभियान चलाया।
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