रविवार, 8 नवंबर 2009

सपने में सपना




सपने में आना सपना
मोबाइल का रिंगटोन
देता है तेरी दस्तक
तेरे आने की आहट
तेरी हंसी की खनक
तेरी पायल की झनकार
आधी रात के बाद भी
रहता है इंतजार
उस रिंगटोन का
जिसमें छुपी है
तेरी आहट
बढ़ जाती है दिल की धड़कन
गायब है नींद
स्याह रातों में
नजर आती है
रोशनी की एक किरण
एक ख्बाब की अनजानी राह
तर्क के तराजू पर
शून्य है भार
दिल के दामन पर
मेरा अपूर संसार
मेरे दिल की पुकार
मेरी तमन्ना
मेरा सपना
....
बातों का वो
सिलसिला अनजाना
जोड़ गया
जिंदगी की किताब में
नए पन्ने
बस गया
सतरंगी संसार
बादलों में खोया हुआ
मैं सो गया
ख्वाब में खो गई रात
खिड़की से झांकती नई सुबह
की घूप ने
तोड़ दिया
सपना मेरा अपना

4 टिप्‍पणियां:

  1. हमारी उम्र पार हो गयी, अब क्‍या टिप्‍पणी करें। सार्थक प्रयास।

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  2. बहुत खूब हम आप के उद्देश्य में आप के साथ है

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  3. हिंदी ब्लाग लेखन के लिए स्वागत और शुभकामनायें
    कृपया दूसरे ब्लॉगों को भी पढें और उनका उत्साहवर्धन करें

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